ठाणे [ इमरान खान ] पूर्व मंत्री व राकांपा विधायक डा जितेंद्र आव्हाड से संबंधित मामले की सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई के दौरान ठाणे पुलिस ने झूठा प्रतिज्ञा पत्र प्रस्तुत किया है। इस बात का खुलासा विधायक अव्हाड ने पत्रकार परिषद में किया है। उनका आरोप है कि ठाणे पुलिस ने सर्वोच्च न्यायालय में उसके खिलाफ जो झूठा हलफनामा दायर कर महाराष्ट्र की छवि ख़राब की है। पत्रकार सम्मेलन में राकांपा के ठाणे शहर जिला अध्यक्ष आनंद परांजपे भी उपस्थित थे।
डा आव्हाड ने आरोप लगाया कि ठाणे पुलिस ने पूरी तरह राजनीतिक दबाव से प्रभावित होकर इस तरह का काम किया है। डा आव्हाड ने बताया कि एक मामले में सुनवाई के दौरान ठाणे पुलिस ने कहा कि उनके खिलाफ 24 मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि झूठा प्रमाण पत्र सर्वोच्च न्यायालय में जमा किया गया है। उन्होंने बताया कि ठाणे के राबोड़ी दंगे को शांत कराने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। लेकिन उसके बाद भी हलफनामे में आव्हाड को लेकर नकारात्मक तथ्यों को रखा गया है इसको लेकर रोष व्यक्त किया। अनंत करमुसे मामले को लेकर जितेंद्र आव्हाड उनके परिवार पर अश्लील पोस्ट करने वाले शख्स से राकांपा कार्यकर्ताओं की बहस हो गई थी। इस मामले में ठाणे कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई है। हालांकि उक्त व्यक्ति ने सीबीआई जांच की मांग को लेकर सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने सीबीआई जांच की मांग को खारिज कर दिया। साथ ही जिस न्यायालय में इस मामले की सुनवाई चल रही है। तीन महीने में उसी न्यायालय में जांच के बाद रिपोर्ट सौंपी जाएगी। इसके लिए आदेश भी दिए जा चुके हैं।