ठाणे [ युनिस खान ] विधायक विश्वनाथ भोईर के भड़काऊ बयान की निंदा करते हुए राकांपा नेता व विधायक जितेन्द्र आव्हाड सवाल किया है उनके खिलाफ कब कार्रवाई करेगी। डा आव्हाड से सवाल उठाया है कि किसी समुदाय को नष्ट कर देने जैसी भाषा का प्रयोग मूलतः किस कानून के दायरे में आता है? घृणास्पद भाषण के संबंध में सर्वोच्च न्यायालय के कुछ मार्गदर्शक सिद्धांत हैं। पुलिस को तय करना चाहिए कि यह भाषा उसमें शामिल है या नहीं। लेकिन यह कहना कि “मैं एक समाज को नष्ट कर दूंगा” नफरत फैलाने वाले भाषण की सीमा आता है। अब विधायक विश्वनाथ भोईर पर कब होगी कार्रवाई? डा आव्हाड ने एनसीपी नेता कहा कि पुलिस को इसकी घोषणा करनी चाहिए।
हाल ही में ठाणे के गडकरी रंगायतन में आगरी सेना का वार्षिकोत्सव समारोह आयोजित किया गया था। इसमें बोलते हुए कल्याण पश्चिम के विधायक विश्वनाथ भोईर ने लव जिहाद को लेकर विवादित बयान दिया था जिसकी क्लिप वायरल हो रही है। विधायक भोईर ने अपने भाषण में धमकी दी कि अगरी , कोली समुदाय की लड़कियों को लव जिहाद के जाल में फंसाने की कोशिश बंद नहीं हो रही है तो उस समुदाय को नष्ट कर दूंगा। इस क्लिप के वायरल होते ही विधायक डा आव्हाड ने इस संबंध में पुलिस कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने मांग की है कि मुख्यमंत्री को स्वयं इस पर गौर करना चाहिए और भोईर के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने ठाणे पुलिस आयुक्त जयजीत सिंह से भी मांग की है कि नफरत फैलाने वाले भाषण के संबंध में कार्रवाई की जानी चाहिए।
डा आव्हाड ने कहा कि इस बयान पर विचार करने के बाद यह स्पष्ट है कि वे जातीय और धार्मिक नफरत पैदा करना चाहते हैं। उन्हें समाज को ख़त्म करने की भाषा, धार्मिक धर्मत्याग के बारे में अपने बयान का सबूत देना चाहिए। जब देश में धार्मिक नफरत बढ़ रही है तो विश्वनाथ भोईर जैसे लोग आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। पुलिस को हेट स्पीच पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को तुरंत लागू करना चाहिए और तुरंत मामला दर्ज करना चाहिए। यह बहुत चिंता की बात है कि एक जन प्रतिनिधि किसी समुदाय को खत्म करने की बात करता है। उन्होंने यह भी आशंका जताई कि अगर इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो लोगों का अहंकार बढ़ेगा और लोग कुछ भी कहेंगे और कुछ भी करेंगे।