मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] एक खानदानी अल्कोबेव कंपनी-साउथ सीज़ डिस्टिलरीज एंड ब्रुअरीज प्रायवेट लिमिटेड, ‘क्रेज़ी कॉक’ लॉन्च करने जा रही है, जो उनका पहला प्रत्यक्ष उपभोक्ता/खुदरा व्हिस्की ब्रांड है। एक आंख का चश्मा धारण करने वाले काल्पनिक मुर्गे की स्तुति गाने वाला यह नाम, घरेलू व्हिस्की के एक नए युग का प्रतीक है, जो भारतीय उपमहाद्वीप का जश्न मनाता है, और दुनिया भर में मौजूद व्हिस्की प्रेमियों के लिए अपने बेहतरीन स्वादों का आसवन कर रहा है।
अपने बेहद खास ब्रांड को पेश करते हुए कंपनी ने, सिंगल माल्ट व्हिस्की की कारीगरी चमकाने और उसकी पुनर्कल्पना करने वाली अपनी स्थापित विरासत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। क्रेज़ी कॉक 6 धारियों वाले भारतीय जौ से तैयार की गई एक बेजोड़ सिंगल माल्ट व्हिस्की है, जिसके लिए जौ के दानों को उत्तर भारत के स्वच्छ व निर्मल प्राचीन मैदानों से सावधानीपूर्वक चुना जाता है। जौ को तांबे के बर्तनों में पारंपरिक विधि का उपयोग करके माल्टिंग और आसवन की प्रक्रिया से गुजारा जाता है, जिसके फलस्वरूप नाजुकता के पुट और भीनी-भीनी खुशबुओं वाला सामंजस्यपूर्ण मिश्रण तैयार होता है। खूब नशीले और अनिर्वचनीय स्वाद के लिए व्हिस्की को एक्स-बोरबॉन व एक्स-शेरी पीपों में परिपक्व किया जाता है। खास तौर पर स्मोक किए गए बैच, क्रेज़ी कॉक धुआ के लिए ही आरक्षित एक मधुर, पीटी आयाम जोड़ते हैं। मास्टर ब्लेंडर द्वारा बड़ी बारीकी से चुना गया, हर उदार सिंगल माल्ट छोटे-छोटे हिस्सों में, कुदरती रंग और नॉन-चिल फिल्ट्रेशन के दम पर सटीकता प्रदान करता है –जो व्हिस्की के शौकीनों के लिए पीने-पिलाने का असली और बिना मिलावट वाला अनुभव साबित होता है।