मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी – NDDB) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी और भारत की अग्रणी बायोफार्मास्युटिकल कंपनी इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड (आईआईएल – IIL) ने भारत के पहले पूर्णतः स्वदेशी रूप से विकसित हेपेटाइटिस ए वैक्सीन (टीका) के लॉन्च के साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य में एक ऐतिहासिक उपलब्धि प्राप्त की है। “हैविश्योर®” टीका हेपेटाइटिस ए के खिलाफ भारत की लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करता है और सार्वजनिक स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए तैयार है।
यह नया टीका, हैविश्योर®, आईआईएल (IIL) के वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं की समर्पित टीम के व्यापक अनुसंधान और विकास प्रयासों का परिणाम है। यह पूरी तरह स्वदेशी रूप से विकसित टीका हेपेटाइटिस ए को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है, जो एक अत्यधिक संक्रामक यकृत संक्रमण तथा एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती है। हेपेटाइटिस ए एक वायरल संक्रमण है जो मुख्य रूप से मल-मौखिक मार्ग से फैलता है, जिसका अर्थ है कि यह दूषित भोजन या पानी के सेवन से फैलता है।
इस अवसर पर बोलते हुए, इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. के आनंद कुमार ने कहा, “हैविश्योर® का लॉन्च देश के लिए स्वास्थ्य देखभाल समाधानों को आगे बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। वर्तमान में हेपेटाइटिस ए के टीके हमारे देश में आयात किए जाते हैं और आत्मनिर्भर भारत के सही अर्थ में आईआईएल ने अथक प्रयासो के फलस्वरूप हेपेटाइटिस ए के लिए भारत का पहला टीका विकसित किया है। हेविश्योर® टीका का 8 केंद्रों में व्यापक नैदानिक परीक्षण के दौरान यह सुरक्षित और अत्यंत प्रभावकारी साबित हुआ है। हेविश्योर® के साथ, हमारा लक्ष्य इस संक्रामक बीमारी की रोकथाम में महत्वपूर्ण योगदान देना है। आईआईएल द्वारा एक ही वर्ष में तीन वैक्सीन लॉन्च करना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है और इसका पूरा श्रेय मेरी टीम को जाता है।”