मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ़ डिज़ाइन (डब्ल्यूयूडी), सोनीपत ने भारत के प्रारंभिक इंटरनेशनल परफॉर्मिंग आर्ट्स सम्मेलन का आयोजन किया, जिसे अन्वेषण का नाम दिया गया है। सम्मेलन का उद्देश्य यह था कि ऐसी बातचीत और चर्चाओं को प्रोत्साहित किया जाए, जिनसे पारंपरिक कलाओं को संरक्षित करने, उनका संवर्धन करने और आज के वैश्विक संदर्भ में उन्हें प्रासंगिक बनाने के नए तरीके निकल सकें। इसके अलावा, सभी कला रूपों के बीच सहभागिता और तालमेल को बढ़ावा देना भी इस सम्मेलन का लक्ष्य था। इन कला रूपों में नृत्य, संगीत और नाट्यशास्त्र के तीनों डोमेन शामिल हैं। डब्ल्यूयूडी का इरादा है कि इन डोमेन से जुड़े कलाकारों को एक साझा और सहयोगपूर्ण मंच प्रदान किया जाए।
इस समारोह में उद्योग विशेषज्ञों के मुख्य भाषण, प्रस्तुतियाँ और कलाकारों के ऐसे प्रदर्शन हुए, जिनमें भारतीय संगीत, शास्त्रीय नृत्य और परफॉर्मिंग आर्ट्स की समृद्धता को हाईलाइट किया गया। भारत की परफॉर्मिंग आर्ट्स बिरादरी के मशहूर कलाकारों ने इस अवसर की शोभा बढ़ाई और ऑडियंस के साथ सक्रिय रूप से जुड़े रहे। कार्यक्रम के दौरान दिग्गज हस्तियों- पंडित जयकिशन महाराज, कथक नृत्य शैली के प्रतिपादक एवं वरिष्ठ गुरु, कथक केंद्र; गुरु शशिधरन नायर, प्रख्यात कोरियोग्राफर, कथकली और छाऊ नृत्य शैली के प्रतिपादक; तथा सुश्री त्रिपुरा कश्यप, क्रिएटिव मूवमेंट थेरेपी एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएमटीएआई) की को-फाउंडर; को सम्मानित अतिथि के रूप में समादृत किया गया, जिन्होंने इस आयोजन को अपनी विशेषज्ञता और प्रतिष्ठा प्रदान की।