ठाणे [ युनिस खान ] जो महाराष्ट्र में पहले कभी नहीं हुआ वह अब हो रहा है। किसी को परेशान करने के लिए झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। दबाव में पहले अपराध दर्ज किया जा रहा है और बाद में जांच की जा रही है। लेकिन, गिरफ्तारी के डर से हम किसी के पैर पर नहीं गिर सकते और न ही झुक सकते हैं , हम लड़ने के लिए तैयार हैं। कार्यकर्ताओं को संघर्ष के लिए तैयार रहना चाहिए और कार्यकर्ता तैयार रहेंगे तभी मैं किसी भी मोर्चे पर लड़ सकता हूं। इस आशय का उदगार पूर्व गृहनिर्माण मंत्री व विधायक डॉ. जितेंद्र आव्हाड ने कार्यकर्ताओं के बीच व्यक्त किया है।
राकांपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार के जन्मदिन के मौके पर ठाणे शहर में शहर जिला अध्यक्ष आनंद परांजपे के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में जन आंदोलन की समन्वय समिति के राष्ट्रीय समन्वयक संजय मांगो ने समाज में साम्प्रदायिक तनाव पैदा करने के निरंतर प्रयास व सरकारी तंत्र के दुरूपयोग विषय पर बात की।
डा आव्हाड ने कहा कि चुनाव कब होंगे कहना मुश्किल है। जब तक चुनाव नई सरकार के अनुकूल नहीं होते तब तक चुनाव होने की संभावना नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि नई सरकार के लिए माहौल कभी भी अनुकूल नहीं होगा। आज महाराष्ट्र में जो कुछ हो रहा है उसे देखते हुए ऐसा प्रतीत होता है कि महाराष्ट्र उत्तर प्रदेश की रह पर बढ़ रहा है। क्रोधित होकर किसी का घर उजाड़ना; उसे अपराध में फंसाने के लिए महाराष्ट्र में इस तरह की चीजें हो रही हैं। एक महीने पहले क्या हुआ सबको पता है।
अब चुनाव जीतने की क्षमता रखने वाले हमारे एक कार्यकर्ता और उसके भाइयों को जेल में डाल दिया गया है। लेकिन, ध्यान रहे कि कार्यकर्ता बिना आंदोलन के जीवित नहीं रह सकता। इसलिए अब कार्यकर्ताओं को डराया और ठगा जाएगा। उनके झांसे में न आएं। हमें इसके खिलाफ लड़ना होगा। उनके पास बहुत पैसा है लेकिन हमारे जैसा वफादार कार्यकर्ता कोई नहीं है। उन्हें अपने कृत्य का विधानसभा में जवाब मिलेगा। अब मेरे खिलाफ सीबीआई जांच कराने के लिए 48 घंटे के भीतर दो मामले दर्ज किए गए हैं। मेरे विरुद्ध 24 अपराध न्यायालय के समक्ष दर्शित किए गए हैं। लेकिन, इनमें से 22 का निस्तारण कर दिया गया है। क्या होगा, इन सभी केस में ज्यादा से ज्यादा 28 दिन जेल में रहना होगा। इससे ज्यादा नहीं रखा जा सकता है।