ठाणे [ युनिस खान ] स्वच्छ भारत अभियान के तहत दो वर्ष पूर्व ठाणे शहर में 30 शौंचालय बनाने की जगह मात्र चार – पांच शौंचालय का निर्माण कराया। जिसमें इस अभियान में 95 करोड़ रूपये के भ्रष्टाचार का आरोप मनसे जनहित व विधि विभाग के ठाणे शहर अध्यक्ष स्वप्निल महिन्द्रकर ने लगाया है। उन्होंने कहा है कि न्यायालय के आदेश के बावजूद कुछ शौंचालय फुटपाथ पर बने हैं व कुछ गायब हैं जबकि विज्ञापन की होर्डिंग लहरा रही है। मनपा के राजस्व के नुकसान की जांच कर दोषियों के खिलाफ उन्होंने कार्रवाई की मांग किया है।
मनपा ने दो वर्ष पूर्व ठाणे मनपा ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत शहर में 30 शौंचालय बनाने का ठेका सुवर्णा फायब्रोटेक प्रायवेट लिमिटेड कंपनी को दिया था। उस समय 18 माह में 30 शौंचालय का निर्माण करना था लेकिन 4 – 5 शौंचालय का निर्माण हुआ। अनेक शौंचालय गायब है जबकि उसके बदले विज्ञापन की होर्डिंग लहरा रही है। दो वर्ष बीतने के बावजूद शौंचालय की सुविधा नागरिकों को नहीं मिली है। विज्ञापन की होर्डिंग लगाकर ठेकेदार अपना लाभ उठा रहा है। ठेकेदार को मनपा की नोटिस देने के बाद भी होर्डिंग नहीं हटाई गयी हैं . कई स्थानों में नाले के पानी की धारा बाधित कर होर्डिंग का निर्माण कराया गया है। मनपा प्रशासन होर्डिंग के खिलाफ कार्रवाई करने में उदासीन है। महिन्द्रकर ने कहा है कि राजनितिक दबाव के चलते प्रति वर्ष 9 लाख रूपये के कर के हिसाब से दो वर्ष में 18 हजार रूपये का मनपा के राजस्व का नुकसान हुआ है। स्थाई समिति के आदेश के बावजूद विज्ञापन फलक नहीं हटाई गयी है जिसके पीछे आर्थिक हित के सामने जनहित को नजर अंदाज किए जाने की आशंका व्यक्त की जा रही है। महिन्द्रकर ने मनपा आयुक्त से जांच कर राजस्व नुकसान करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग किया है।