अपना दवाखाना शुरू नहीं करने पर मनसे ने दी आन्दोलन की चेतावनी
ठाणे [ युनिस खान ] शहर में नागरिकों को मुफ्त आरोग्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए मनपा ने दिल्ली की मुहल्ला क्लिनिक की तर्ज पर आपला दवाखाना चलाने की योजना दो वर्ष पूर्व शुरू किया था। पचास दवाखाना शुरू करने के ठेका देने के बावजूद 15 दवाखाना भी शुरू नहीं हुआ। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जिस दवाखाने का उद्घाटन किया वह भी बंद हो गया है। यह जानकारी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना जनहित व विधि विभाग के थाने शहर अध्यक्ष स्वप्निल महिन्द्रकर ने सामने लाया है।
ठाणे शहर की जनसँख्या करीब 26 लाख है जिसके लिए मनपा के तीस आरोग्य केंद्र व 2 अस्पताल हैं। मनपा ने नागरिकों को मुफ्त दवा उपचार के लिए दिल्ली के मुहल्ला क्लिनिक की तर्ज कर वन्दनीय बालासाहेब ठाकरे अपना दवाखाना शुरू किया लेकिन वह भी बंद हो गए। महिन्द्रकर ने कहा है कि पचास अपना दवाखाना शुरू होता तो कोरोना काल में नागरिकों को लाभ मिला होता। मनपा प्रशासन और जनप्रतिनिधि की उदासीनता के चलते दो वर्षों में भी दवाखाने शुरू नहीं हो पाए। यदि दवाखाने झोपड़पट्टी व सामान्य लोगों की बस्ती में खुले होते तो लोगों को आरोग्य सेवा मिलती। महिन्द्रकर ने सवाल उठाया है कि यह योजना आम नागरिकों के लिए या प्रचार प्रसार का लाभ लेने के लिए शुरू की गयी थी। उन्होंने बताया कि अपना दवाखाना में नागरिकों को मुफ्त दवा उपचार ,ईसीजी ,यूरिन टेस्ट , ब्लड ,शुगर टेस्टिंग की मुफ्त सुविधा दी जाने वाली थी। इसके लिए मनपा प्रति मरीज डेढ़ सौ रूपये दवाखाना चलाने वाले ठेकेदार को देने वाली थी। प्रतिदिन डेढ़ सौ लोगों का दवा उपचार ठेकेदार की ओर से किया जाना था। प्रायोगिक आधार पर दो दवाखाना शुरू किया गया वह भी नहीं चल पाए इसके बावजूद मनपा 50 दवाखाना शुरू करने का दावा करती रही। डा काशीनाथ घाणेकर सभागृह के निकट अपना दवाखाना का उद्घाटन मुख्यमंत्री ठाकरे के हाथो किया गया वह भी बंद हो गया है। उस जगह को एक निजी प्रयोगशाला ने लिया है जिसमें लोगों से पैसे लेकर कोरोना की जांच की जाती है। महिन्द्रकर ने कहा है कि मेड इन गो एंड इंद्रायणी कंपनी को योजना का ठेका दिया गया था जिसमें सब कंपनी के रूप में वन रूपी क्लिनिक के डा राहुल घुले को शामिल किया गया था। मनपा ने छः माह से ठेकेदार का बिल नहीं दिया। करीब ढेड सौ करोड़ रूपये की यह योजना विफल हो गयी है। अपना दवाखाना योजना सिर्फ कागजों तक सिमट कर रह गयी है। अपना दवाखाना शुरू करने की मांग करते हुए महिन्द्रकर ने चेतावनी दी है कि शीघ्र दवाखाने नहीं शुरू हुए तो महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की ओर से तीव्र आन्दोलन किया जाएगा।