




भिवंडी [ एम हुसैन ] ठाणे जिले की ग्रामीण क्षेत्र में कुशल राजनीति की छाप छोड़ने वाले भिवंडी के भाजपा सांसद कपिल पाटील के रूप में ठाणे जिले को पहली बार केंद्र में प्रतिनिधित्व मिला है। कपिल पाटील को सांसद के दूसरे कार्यकाल में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए पंचायती राज का राज्य मंत्री बनाकर सम्मानित किया गया । उन्हें केन्द्रीय राज्य मंत्री बनाये जाने पर भिवंडी में ख़ुशी का माहौल है। किसी समस्या को समझने के बाद उसकी जड़ तक जाना उनका स्वभाव रहा है । नागरिकों को उम्मीद है कि कपिल पाटील को मंत्री बनाए जाने से पावरलूम उद्योग की विभिन्न समस्याओं सहित अन्य सभी समस्याओं का समाधान निश्चित रूप से निकलेगा,जिससे ठाणे जिला का विकास होगा ।
उल्लेखनीय है कि कपिल पाटील भिवंडी तालुका के एक सामान्य किसान परिवार में जन्म लिए हैं, बीएनएन कॉलेज से स्नातक की शिक्षा लेने वाले कपिल पाटील ने 27 वर्ष की उम्र 1988 में पहली बार दिवे अंजुर ग्राम पंचायत से पहली बार चुनाव लड़ा था ।उसके बाद 1992 में भिवंडी पंचायत समिति का सदस्य और 1997 में पंचायत समिति के सभापति चुने गए।2002 में जिला परिषद सदस्य,जिला परिषद विषय समिति के सभापति, जिला परिषद के उपाध्यक्ष एवं बाद में जिला परिषद के अध्यक्ष चुने गए थे ।
इस दौरान उन्होंने ग्रामीण विकास विभाग का गहन अध्ययन किया ,प्रत्येक सरकारी योजनाओं के नियम एवं शर्तों को ध्यान में रखते हुए उन योजनाओं को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित किया।अंग्रेजी शिक्षा के महत्व को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र में पहली बार जिला परिषद के स्कूलों में अंग्रेजी नर्सरी स्कूल शुरू किया।इनकी अध्यक्षता के दौरान ठाणे जिला परिषद ने लगातार दो बार यशवंत पंचायत राज अभियान में शीर्ष स्थान प्राप्त किया था ।ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभाव डालते हुए कपिल पाटील को ठाणे जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के अध्यक्ष के रूप में कार्य करने का अवसर मिला ।बैंक की योजनाओं को स्वयं सहायता समूहों और किसानों तक पहुंचाने के अलावा सहकारी समितियों में बैंको का जाल बिछाया ।
इस कार्य के साथ-साथ उन्होंने बालासाहेब सावंत कृषि विश्वविद्यालय के निदेशक, राज्य विकास परिषद के सदस्य, राज्य में जिला परिषदों के अध्यक्षों की समिति के अध्यक्ष के पदों पर कार्य किया, वह भाजपा के ठाणे-पालघर संभाग अध्यक्ष और प्रदेश स्तर पर उपाध्यक्ष पद पर रह चुके हैं।इस दौरान उन्होंने ठाणे और पालघर जिलों में भाजपा के विस्तार में अहम भूमिका निभाई है ।कपिल पाटिल ने 2010 के दशक में ठाणे और पालघर जिलों के राजनीतिक हलकों में एक स्वतंत्र जगह बनाई थी ।इसीलिए नवगठित भिवंडी लोकसभा क्षेत्र में संभावित सांसद के तौर पर कपिल पाटील का नाम सबसे आगे था ।कपिल पाटील ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2014 के चुनाव में भिवंडी जीतकर इतिहास रच दिया था ।लोकसभा में उनके विद्वतापूर्ण भाषणों, निर्वाचन क्षेत्र सहित देश भर के विभिन्न मुद्दों पर उनके फोकस, संसदीय समिति पर उनके प्रदर्शन आदि के कारण उन्हें दूसरे कार्यकाल में भाजपा का प्रतिनिधित्व करने की जिम्मेदारी दी गई ।अब दो वर्ष बाद केंद्रीय राज्य मंत्री का पद सौंपा गया है।
ठाणे जिला के लिए लाभकारी होगा
सांसद कपिल पाटील का विकासात्मक दृष्टिकोण ठाणे जिले के विकास के लिए लाभकारी होगा,दूरदर्शिता के कारण ठाणे जिले में कई परियोजनाओं को क्रियान्वित किया जा रहा है।इनके प्रयास से 12 लेन ठाणे-भिवंडी बाईपास, कल्याण-मुरबाड़ रेलवे, ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एमएमआरडीए फंडिंग, ठाणे-भिवंडी-कल्याण मेट्रो आदि विकास काम चल रहा है ।
ओबीसी समाज को मिला नेतृत्व
ठाणे जिले में बड़ी संख्या में अगरी और कुनबी समुदाय हैं, आगरी एवं कुनबी समुदाय का मत ग्रामीण क्षेत्र की राजनीति को प्रभावित करता है ,कपिल पाटील ने 2014 में भिवंडी लोकसभा क्षेत्र से जीतकर आदिवासियों और कुनाबियों सहित अन्य समुदायों को बिना किसी जाति भेदभाव के एक साथ लाकर एक अनोखी सोशल इंजीनियरिंग बनाई थी। नवी मुंबई के प्रकल्पग्रस्त भूमिपुत्रों एवं जननेता डी.बी.पाटील की स्मृति बनाए रखने के लिए उन्होंने 2016 में सबसे पहले लोकसभा में प्रस्तावित एयरपोर्ट का नामकरण करने का प्रस्ताव रखा था ,जिसके लिए आज भी लड़ाई जारी है ।
सांसद कपिल पाटील की जीवन यात्रा –
जन्म – 5 मार्च 1961, हाइवे दिवे तालुका, भिवंडी,
शिक्षा- बी.ए. बी.एन.एन. कॉलेज, भिवंडी,
सरपंच – 1988 से 1992 तक ग्राम पंचायत दिवे अंजुर,
सदस्य- 1992 से 1996 तक पंचायत समिति भिवंडी,
सभापति-1997 पंचायत समिति भिवंडी,
सदस्य – 2002 से 2007 जिला परिषद ठाणे,
सभापति – 2005 से 2007 तक जिला परिषद कृषि समिति,
अध्यक्ष – 2009 से 2012 तक जिला परिषद ठाणे,
अध्यक्ष – ठाणे जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक,
यशवंत पंचायत राज अभियान अंतर्गत जिला परिषद ठाणे द्वारा 2010 एवं 2011 में सर्वोत्कृष्ट जिला परिषद पुरस्कार
पूर्व 2014 से लोकसभा सदस्य –