




भिवंडी [ युनिस खान ] भिवंडी में उर्दू साहित्य के चार बुज़ुर्ग शायरों के सत्कार हेतु उर्दू बसेरा हाल में स्वागत समारोह ” नायाब न हों,कम याब हैं हम ” का आयोजन किया गया। भिवंडी के अलावा आसपास के शहर के अध्यापक व गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लेकर आयोजन को यादगार बनाया .
रईस हाई स्कूल एंड जूनियर कालेज द्वारा आयोजित समारोह की अध्यक्षता रईस हाई स्कूल एंड जूनियर कालेज के चेयरमैन एडवोकेट यासीन मोमिन ने की। विशेष अतिथि के रूप में मोहम्मद रफ़ी अंसारी,एजाज़ हिंदी,इरफ़ान जाफरी एवं अतिथि के रूप में दैनिक इंक़लाब के एडिटर शाहिद लतीफ,उज़ैर फकीह(सदस्य के एम ई सोसायटी),इरफ़ान बर्डी एवं नाज़िम नासिकर आदि उपस्थित थे। जिन शायरों का सत्कार किया गया उनमें भिवंडी के दो शायर शाकिर अदीबी एवं मोमिन जान ए आलम रहबर और मुंब्रा के दो शायर इर्तेजा नेशात और जमील मोरस्सा पूरी का अतिथियों के हाथों शाल,पुस्तकें,स्मृति चिन्ह और प्रशंसा पत्र देकर सत्कार किया गया। इस अवसर पर रफ़ी अंसारी ने शाकिर अदीबी एवं जान ए आलम रहबर की साहित्यिक सेवाओं एवं शायरी पर विस्तृत प्रकाश डाला। एजाज़ हिंदी ने इर्तेजा नेशात एवं जमील मोरस्सा पूरी की साहित्यिक सेवाओं एवं शायरी पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए उनकी विशेषताओं का बखान किया। प्रधानाचार्य ज़ियाउर्रहमान अंसारी ने चारो शायरों को साहित्यिक धरोहर बताते हुए उनकी शायरी एवं साहित्यिक क्रिया कलापों की विस्तृत चर्चा की। एडवोकेट यासीन मोमिन ने जश्न ए आज़ादी के अवसर पर आयोजित सत्कार समारोह की प्रशंसा की तथा चारो पुरस्कृत महानुभाओं को बधाई दी तथा दीर्घायु होने की कामना की।कार्यक्रम में भिवंडी के अतिरिक्त कल्याण,महापोली एवं मुंब्रा के अध्यापक गण एवं गणमान्य व्यक्ति बड़ी संख्या में उपस्थि होकर सत्कार समारोह को यादगार बनाया। उक्त कार्यक्रम के संयोजक सहायक मुख्यध्यापक मुख्लिस मदू थे। समारोह का सूत्र संचालन प्रख्यात शायर इरफ़ान जाफरी ने किया। उपप्रधानाचार्य आमिर सिद्दीक़ी के आभार प्रदर्शन के साथ समारोह संपन्न हुआ।