ठाणे [ युनिस खान ] लेक सिटी अस्पताल के एक सहायक के खिलाफ उंगली में फंसी अंगूठी को निकालने के लिए चक ग्राइंडर का इस्तेमाल करने का मामला दर्ज किया गया है। दिलचस्प बात यह है कि एमएनएस ठाणे के शहर सचिव अक्षय करंजावकर ने मामला दर्ज कराया है।
साईं वात्सल्य अपार्टमेंट नितिन कंपनी के ए विंग के पास पचपखाड़ी ठाणे निवासी पार्थ सतीश टोप्ले [14] के दाहिने हाथ की उंगली में अंगूठी फंस गई थी। अंगूठी नहीं निकलने पर लड़के की मां शीतल सतीश टोप्ले ने लड़के को 3 जुलाई 2021 को खोपट के लेक सिटी अस्पताल में ले गयी। उस समय किसी भी डाक्टर ने लड़के को नहीं देखा। अस्पताल में मौजूद एक सहायक ने लड़के की जांच की और उसे घर भेज दिया। उसके बाद शीतल टोपले को उसी अस्पताल से स्वप्निल हॉटकर नाम के व्यक्ति का फोन आया। उसके कहा कि मैं लेक सिटी अस्पताल से बोल रहा हूं और अस्पताल प्रबंधन ने आपको बच्चे की उंगली की अंगूठी निकालने के लिए भेजा है। शीतल टोपल की सहमति के बाद, स्वप्निल हॉटकर शीतल टोपल के घर आए और अपने तेज ग्राइंडर का उपयोग करके अंगूठी निकालने की कोशिश की। रिंग नहीं निकली और पार्थ की उंगली काट दी। घटना के बाद पर्थ की हालत गंभीर हो गई और उसे सिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां उसका ठीक से इलाज करने के बजाय, उसे गहन चिकित्सा इकाई में रखा गया और उसके हाथ के साथ-साथ उसके पेट की भी सर्जरी की गई। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
लेक सिटी अस्पताल की गैरजिम्मेदारी से 14 साल के बच्चे पर्थ को गैंगरीन का खतरा होने के बावजूद इलाज के नाम पर काफी रुपए खर्च करने पड़े। टोपले परिवार द्वारा अक्षय करंजावकर को सूचित करने के बाद,उन्होंने शनिवार को नौपाड़ा पुलिस में एक बयान लेकर मामला दर्ज करने की मांग की थी। उन्होंने आंदोलन की भी चेतावनी भी दी। चेतावनी के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। इस बीच इस मामले में लेक सिटी अस्पताल का लाइसेंस रद्द नहीं करने पर करंजावकर ने आन्दोलन की चेतावनी दी है।