




श्रमजीवी संगठना के मजदूर रयत संघटना ने मनपा में अस्थायी रूप से पानी आपूर्ति विभाग में कार्यरत कर्मचारियों को पगार स्लिप, कर्मचारी बीमा फंड,न्यूनतम वेतन कायदा, बोनस जैसे अनेक लाभ दिलाने के लिए लगभग दो वर्षों से लड़ाई लड़ रही है। मनपा प्रशासन में 84 कर्मचारी मनपा में नियमतः काम कर रहे है। मनपा प्रशासन ने चार महीने से इनका वेतन को रोक कर रखा है। जिसे देखते हुए कर्मचारियों ने मनपा मुख्यालय के मुख्य दरवाजे पर भींख मांगों आन्दोलन किया गया। इस आंदोलन के कारण मनपा मुख्यालय का मुख्य दरवाजा पूरा दिन बंद रहा। दरवाजे के सामने भारी बरसात में कर्मचारियों द्वारा ढोल व तासे सहित पारंपरिक गीत गाकर मनपा प्रशासन का विरोध किया गया। देर शाम मनपा आयुक्त के अनुपस्थिति में उपायुक्त दीपक पुजारी से प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात कर कर्मचारियों संबंधी शिकायतें दर्ज करवाई। मनपा आयुक्त के अनुपस्थिति में संघटना के अध्यक्ष रामभाऊ वारणा सचिव बालाराम भोईर जिल्हा अध्यक्ष अशोक सापटे निर्णय लिया कि जब तक आयुक्त स्वयं निर्णय नहीं लेते तब तक धरना आंदोलन जारी रहेगा। जिसके कारण मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख देर रात आकर पगार संबधी निर्णय लेने व आश्वासन के बाद कर्मचारियों ने धरना आंदोलन को स्थगित किया है।