ठाणे [ युनिस खान ] मनपा के बजट को पिछले साल 23 मार्च को हुई महासभा की बैठक में मंजूरी मिलने के बावजूद ठाणे मनपा की सत्ता और विपक्ष के नेताओं के पास अभी भी इस पर हस्ताक्षर करने का समय नहीं है। इस आशय का बयान देकर नगर सेवक कृष्णा पाटील ने इसे 18 लाख ठाणे के नागरिकों का अपमान बताया है।
उन्होंने कहा है कि 23 मार्च को वेबिनार माध्यम से महासभा में मनपा के 2021-22 के बजट को मंजूरी दी गई। एक वर्ष बाद भी, बजट पर अभी तक महापौर , सभागृह नेता और विपक्ष के नेता द्वारा हस्ताक्षर नहीं किए गए हैं। इसलिए भाजपा नगर सेवक कृष्णा पाटिल ने इसे 18 लाख ठाणेकरों का अपमान बताया है।
मनपा प्रशासन ने स्थायी समिति को 2,755.32 करोड़ रुपये का बजट सौंपा था। स्थायी समिति ने इसे 491 करोड़ रुपये बढ़ाकर 3,246.32 करोड़ रुपये कर दिया था और इसे मंजूरी के लिए महासभा को सौंप दिया था। महासभा ने भी बजट को मंजूरी दे दी थी। हालांकि, इस पर महापौर , सभागृह नेता और विपक्ष के नेता द्वारा हस्ताक्षर नहीं किए गए हैं और आज तक प्रशासन को भेजे नहीं गए हैं। इसलिए, प्रशासन द्वारा भेजे गए राजस्व प्रस्तावों पर काम किया जा रहा है और पूंजीगत व्यय कार्य लंबित हैं। नगर सेवक पाटील ने कहा है कि शिवसेना – राकांपा के लोग ठाणे के विकास के बारे में बात कर रहे हैं। बजट मंजूर कर प्रशासन को दिए बगैर शहर क विकास की किस तरह कल्पना की जा सकती है।