नवी मुंबई [ युनिस खान ] मनपा को स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में स्वच्छ भारत मिशन में ओडीएफ श्रेणी में ओडीएफ डबल प्लस का अगला सर्वोच्च वाटर प्लस रेटिंग घोषित किया गया है। महाराष्ट्र राज्य का नवी मुंबई शहर वाटर प्लस रेटिंग एकमात्र शहर बना गया है। मनपा आयुक्त अभिजीत बांगर की संकल्पना पर चित्ररथ प्रदर्शनी को हर जगह नागरिकों भारी समर्थन मिल रहा है।
सीवुड, नेरुल, वाशी, कोपरखैरणे के नागरिकों ने सीवुड में ग्रैंड सेंट्रल मॉल के सामने शुरू हुई चित्ररथ प्रदर्शनी का स्वागत किया। आकर्षक विद्युत प्रकाश मालाओं से सजा वाटर प्लस रेटिंग का प्रतीक शीर्ष पर चमक रहा था। इसके तहत वाटर प्लस रेटिंग पर नागरिकों को बधाई देने वाली एक पट्टिका लगाई गई और साथ ही स्वच्छ नवी मुंबई मिशन के ब्रांड एंबेसडर और प्रसिद्ध गायक संगीतकार शंकर महादेवन की तस्वीर वाला एक बड़ा पैनल ध्यान आकर्षित कर रहा था। इस पेंटिंग पर आरंभ क्रिएशंस के नर्तकियों ने सीवुड से लेकर कोपरखैरणे तक भारतीय लोक कला और संस्कृति पर आधारित कलात्मक नृत्यों का प्रदर्शन कर नागरिकों का ध्यान आकर्षित किया। पूरी यात्रा के दौरान, नवी मुंबई के हजारों नागरिकों ने अपने मोबाइल फोन के साथ वाटर प्लस बधाई और धन्यवाद समारोह का आनंद लिया। तस्वीरें लेने के साथ-साथ वीडियो रिकॉर्डिंग भी किया। तस्वीरों के साथ-साथ विशेष प्रभावों के माध्यम से सड़क से सटे भवनों की दीवारों पर वाटर प्लस रेटिंग पर नागरिकों को बधाई देते उज्ज्वल चित्र भी आकर्षण का केंद्र रहे थे। वाटर प्लस सर्वेक्षण 2021 तक ओडीएफ डबल प्लस श्रेणी में सर्वोच्च रेटिंग प्राप्त करना और यह रेटिंग प्राप्त करने वाला राज्य का एकमात्र शहर होना नवी मुंबई के सभी नागरिकों के लिए बहुत खुशी की बात है। अपर आयुक्त सुजाता ढोले, उपायुक्त प्रशासन डा दादासाहेब चाबुकास्वर, उपायुक्त बाबासाहेब राजले ने सीवुड ग्रैंड सेंट्रल मॉल, सरसोले नेरुल कॉर्नर, छत्रपति शिवाजी महाराज चौक वाशी, महापे फ्लाईओवर के पास कोपरखैरणे-वाशी कॉर्नर पर नागरिकों से बातचीत की और बधाई व धन्यवाद व्यक्त किया।
मनपा आयुक्त बांगर ने कहा कि नंबर वन का निर्धारण’ के उद्देश्य से स्वच्छ सर्वेक्षण का सामना करते हुए नवी मुंबई ने उच्चतम ‘वाटर प्लस’ रेटिंग का मानक प्राप्त किया है। नवी मुंबई के प्रत्येक नागरिक के लिए गर्व की बात है और इसका पूरा श्रेय नागरिकों को जाता है। यदि नागरिक स्वच्छता के प्रति जागरूक हों तो स्वच्छता में कोई मानक प्राप्त करना असंभव नहीं है। इसलिए चित्ररथ जैसी नवीन अवधारणाओं के माध्यम से नागरिकों को बधाई और धन्यवाद देने की पहल की गई। नागरिकों से स्वतःस्फूर्त प्रतिक्रिया संतोषजनक रही है। भविष्य में भी नागरिकों को स्वच्छता के प्रति अधिक जागरूक होकर अपने घर में गीला, सूखा और घरेलू खतरनाक कचरे को छाँटना चाहिए और इस कचरे को नगरपालिका की घंटी गाड़ी में भी अलग करना एक दैनिक आदत बना लेना चाहिए।