ठाणे [ अमन न्यूज नेटवर्क ] यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, क्षेत्रीय कार्यालय, मुंबई-ठाणे ने भारत सरकार की पहल पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत मोखाडा तालुका के दूरदराज के आदिवासी क्षेत्रों में एक कार्यक्रम का आयोजन किया। ‘मैं सुरक्षित हूं, मेरा परिवार सुरक्षित है और मेरा गांव सुरक्षित है’ विषय के तहत, आदिवासियों के कृषि, ऋण और आर्थिक उत्थान के लिए मोखाडा तालुका के पोशेरा गांव के एक आदिवासी गांव में 15 एसएचजी को ऋण स्वीकृत करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। .
कार्यक्रम का उद्घाटन श्रीमती रेणु के. नायर, उप महाप्रबंधक – क्षेत्रीय प्रमुख, क्षेत्रीय कार्यालय मुंबई-ठाणे, स्थानीय सरपंच निर्मला नवले के हाथों, एनआरएलएम ब्लॉक प्रबंधक अमोल, स्कूल प्राचार्य वासुदेव पाटिल, बैंक मित्र एवं स्वयं सहायता समूह के 100 से अधिक सदस्य एवं स्थानीय ग्रामीण उपस्थित थे। बैंक की ओर से स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को 40 पौधे वितरित किए गए और स्कूल परिसर में पेड़ लगाए गए।
दीपक चंदेल, शाखा प्रबंधक, पोशेरा ने पोशेरा शाखा से संबद्ध 15 एसएचजी को ऋण स्वीकृत करने की पहल की और एसएचजी को अनुमोदन पत्र जारी किए। साथ ही पीएमजेजेबीवाई और पीएमएसबीवाई सामाजिक सुरक्षा के तहत पोशेरा के पूरे आदिवासी गांव का बीमा किया। पोशेरा गांव के लगभग सभी निवासी यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, पोशेरा शाखा में खातों का प्रबंधन कर रहे हैं और लगभग सभी भारत सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजना के अंतर्गत आते हैं।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, क्षेत्रीय कार्यालय, मुंबई-ठाणे ने मुख्य रूप से ग्रामीणों में आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने पर ध्यान केंद्रित किया है।