गुवाहाटी [ अमन न्यूज नेटवर्क ] सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के संवर्द्धन, वित्तपोषण और विकास में संलग्न शीर्ष वित्तीय संस्थान, भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) ने आज असम राज्य के साथ सहयोग में वृद्धि करने की दृष्टि से प्रशासनिक स्टाफ कॉलेज, गुवाहाटी, असम में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता असम के माननीय मुख्यमंत्री श्री हिमंत बिस्वा सरमा ने की। कार्यक्रम के दौरान श्री के के द्विवेदी, आईएएस, प्रमुख सचिव, उद्योग और वाणिज्य, असम सरकार ने तीन प्रमुख विषयों, यथा, स्टार्टअप, क्लस्टर विकास और आजीविका और उद्यम संवर्धन पर असम सरकार की अपेक्षाओं को प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर असम के माननीय मुख्यमंत्री श्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य स्तरीय संस्थानों और संबंधित विभागों से सिडबी जैसी संस्थाओं के साथ सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने अपेक्षा व्यक्त की, कि क्लस्टर कार्यक्रम में एक जिला एक उत्पाद मॉडल के साथ जुड़ाव होना चाहिए ताकि राज्य के विशिष्ट क्षेत्रों को मूल्य श्रृंखला में लाया जा सके, इस प्रकार समाज के निचले तबके को मदद मिल सके। उन्होंने सिडबी से सक्रिय राज्य स्तरीय संस्थानों के साथ स्टार्टअप फंड के प्रबंधन के लिए अपनी विशेषज्ञता का विस्तार करने का भी अनुरोध किया। असम के माननीय मुख्यमंत्री ने सिडबी से सूक्ष्म और लघु उद्यम ऋण गारंटी निधि ट्रस्ट (सीजीटीएमएसई) का लाभ उठाने के लिए एक उपयुक्त गारंटी फंड तैयार करने में राज्य की मदद करने और राज्य द्वारा निधि उपलब्ध कराने अथवा सेवा शुल्क वहन करने या सीजीटीएमएसई से अतिरिक्त गारंटी कवरेज का विस्तार करने के लिए अपने फंड का विस्तार करने का आह्वान किया। उन्होंने सिडबी की प्रयास योजना की भी सराहना की जो राज्य में सूक्ष्म वित्त परिदृश्य में बदलाव ला सकती है।
सिडबी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्री सिवसुब्रमणियन रमण, आईए एंड एएस, ने कहा, “सिडबी अपने मिशन स्वावलंबन के माध्यम से उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करने पर जोर दे रहा है और क्रेडिट उपलब्धता प्रक्रिया को डिजिटल बना रहा है ताकि अंतिम ग्राहक कम ब्याज दर और पारदर्शी पहुंच का लाभ उठा सकें। सिडबी नवीनतम पेशकशों जैसे क्लस्टर विकास निधि के माध्यम से अपने संवर्द्धन एवं विकास की पहलों को भौतिक आधारभूत संरचना के साथ नरम पक्ष को भी जोड़ रहा है। सिडबी आजीविका और सूक्ष्म उद्यम मूल्य श्रृंखला के साथ-साथ नवाचार और स्टार्टअप पारितंत्र में योगदान देकर असम राज्य में अपने पदचिह्न को गहरा करने के लिए तत्पर है।“
श्री रमण ने श्री हिमंत बिस्वा सरमा, माननीय मुख्यमंत्री, असम, श्री केशब महंत, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सूचना प्रौद्योगिकी तथा श्री अतुल बोरा, कृषि और पशु चिकित्सा मंत्री, श्री रविशंकर प्रसाद, आईएएस, अपर मुख्य सचिव, श्री पीवीएसएलएन मूर्ति, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, उत्तर पूर्वी विकास वित्त निगम लिमिटेड (एनईडीएफआई) और डॉ. आर.के. सिंह, मुख्य महाप्रबंधक, सिडबी की उपस्थिति में श्री के के द्विवेदी, आईएएस, प्रमुख सचिव, उद्योग और वाणिज्य, असम सरकार को सैद्धांतिक अनुमोदन प्रतिबद्धता पत्र सुपुर्द किया।
इस बात पर भी सहमति बनी कि सिडबी क्लस्टर डेवलपमेंट फंड (एससीडीएफ) के अंतर्गत परियोजना विशिष्ट के लिए कम दर पर ऋण सहायता, सिडबी द्वारा राज्य सरकार को विभिन्न मौजूदा एमएसएमई क्लस्टरों के उन्नयन और असम राज्य में नई औद्योगिक आधारभूत संरचना सुविधाओं के विकास के लिए प्रदान की जाएगी।
सिडबी ने 11 राज्यों यथा असम, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और तमिलनाडु में परियोजना प्रबंधन इकाइयों (पीएमयू) की स्थापना की है, जैसा कि एमएसएमई पर विशेषज्ञ समिति द्वारा क्लस्टरों में आधारभूत संरचना परियोजनाओं के लिए राज्य सरकारों के साथ सिडबी को और अधिक जुड़ाव के साथ ध्यान केंद्रित करने के लिए सिफारिश की गई है। असम राज्य में पीएमयू ने औपचारिकीकरण, संधारणीय डिजिटल मार्केटिंग को बढ़ावा देने के लिए उद्योग विभाग और ग्रामीण आजीविका मिशन के साथ मिलकर काम किया है, उद्यमिता के लिए प्रवासी मजदूरों के लिए उपलब्ध विकल्पों की तेजी से रूपरेखा तैयार की है और प्रमुख भौतिक आधारभूत संरचना परियोजनाओं का मानचित्रण किया है।
उल्लेखनीय है कि एससीडीएफ की स्थापना भारतीय रिज़र्व बैंक के सहयोग से की गई है ताकि पूरे भारत में क्लस्टरों में भौतिक आधारभूत संरचना सुविधाओं के लिए सहायता दिया जा सके। कृषि से इतर अन्य क्षेत्रों में एमएसएमई आधारभूत संरचना की स्थापना, उन्नयन और नवीनीकरण का समर्थन करने के लिए निधि की परिकल्पना की गई है। प्रमुख क्षेत्रों में एमएसएमई इको-स्पेस में औद्योगिक और कृषि-संबद्ध क्षेत्र, एमएसएमई समूहों में और आसपास के सामाजिक क्षेत्र की परियोजनाएं और एमएसएमई समूहों से संबद्धता शामिल हैं।