ठाणे [ युनिस खान ] ठाणे में मुख्य महामार्ग और घोड़बंदर रोड पर यातायात को लेकर पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ने भारी वाहनों के लिए पार्किंग स्थल निर्धारित करने के लिए यातायात पुलिस सहित सभी संबंधित विभागों की तत्काल बैठक बुलाया। बुधवार को शिंदे व्यक्तिगत रूप से नवी मुंबई, खारेगांव, शाहपुर और दपचारी में खाली पड़ी जगहों का निरीक्षण कर पार्किंग स्थल बनाने के लिए उपलब्ध कराने का प्रयास करेंगे। बैठक में कहा गया कि सोमवार को घोड़बंदर रोड स्थित गायमुख में एक तेल टैंकर के पलट जाने से जाम लग गया।
ठाणे शहर में पिछले कुछ दिनों से भारी ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों पर गड्ढे और शहर में चल रहे विकास कार्यों के कारण जाम की समस्या बढ़ रही है। मुंबई-अहमदाबाद सड़क पर वर्सोव ब्रिज और मुंब्रा बाईपास की मरम्मत के काम के चलते ठाणे से भारी वाहनों के अधिक आवागमन हो रहा है। जिससे यातायात जाम व लोगों के घंटों जाम में फंसे रहन पड़ रहा है। शिंदे ने तुरंत ठाणे पुलिस, यातायात पुलिस, ग्रामीण पुलिस, ठाणे मनपा और अन्य संबंधित एजेंसियों की एक बैठक बुलाई। बैठक में ठाणे ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विक्रम देशमाने, ठाणे के पुलिस उपायुक्त विनय राठौड़, मीरा भायंदर के पुलिस उपायुक्त विजयकांत सागर, ठाणे मनपा के कार्यकारी अभियंता रामदास शिंदे और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
भारी वाहनों को शहर के बाहर पार्किंग स्थल बनाने और सड़क की मरम्मत का काम पूरा होने तक उन्हें चरणों में रोकने के लिए शनिवार को एक बैठक में निर्णय लिया गया।
जेएनपीटी से निकलने वाले वाहनों को जेएनपीटी से सटी पार्किंग में रोका जाएगा.साथ ही मुंबई-नासिक हाईवे पर खरेगांव टोल प्लाजा के दोनों ओर खारडी-सोनाले-दापोड़े में नासिक से मुंबई आने वाले वाहनों को रोकने के लिए अहमदाबाद से आने वाले वाहनों को रोका जाएगा. मुंबई दपचारी पर रुकेगी। इन जगहों पर भारी वाहनों को रोका जाएगा और इन वाहनों को शहर में चरणबद्ध तरीके से परिवहन विभाग के माध्यम से छोड़ा जाएगा, ताकि ट्रैफिक प्लानिंग की जा सके। पालकमंत्री शिंदे व्यक्तिगत रूप से नियोजित पार्किंग स्थल के परिसर का निरीक्षण करेंगे और उसके बाद पार्किंग स्थल निर्धारण कर दिया जाएगा। जब तक ठाणे शहर की सभी प्रमुख सड़कों की मरम्मत का काम पूरा नहीं हो जाता, तब तक यह योजना लागू रहेगी। इससे ठाणे शहर पर भारी ट्रैफिक का दबाव कम होगा और ट्रैफिक जाम को कम करने में मदद मिलेगी।