नवी मुंबई [ युनिस खान ] कोंकण क्षेत्र में कृषि-पर्यटन के लिए एक बड़ा अवसर है और 40 कृषि-पर्यटन केंद्र स्वीकृत कर पर्यटकों के लिए खोले गए हैं। इसके माध्यम से कोंकण में पर्यटन के लिए एक बड़ा अवसर होगा। विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर कोंकण विभागीय उपायुक्त मनोज रानाडे ने पत्रकार सम्मेलन में इस आशय की जानकारी दी है।
आज विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर पर्यटन निदेशालय के अंतर्गत उप निदेशक (पर्यटन) क्षेत्रीय कार्यालय, नवी मुंबई द्वारा पत्रकार सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें हनुमंत हेडे, उप निदेशक (पर्यटन), डा गणेश मुले, उप निदेशक (सूचना), डीएन राठौड़, वन रेंजर, करनाला पक्षी अभयारण्य, संजय नाइक, निदेशक, नेचर हॉस्पिटैलिटी आदि उपस्थित रहे। इस अवसर पर उपायुक्त (सामान्य) रानडे ने विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर उपस्थित पत्रकारों को शुभकामनाएं दीं। इसके अलावा 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर के बीच, फंसाड, करनाला अभयारण्य के जंगल ट्रेल लीफलेट का विमोचन किया गया।
1980 से हर साल 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस के रूप में मनाया जाता है। कोंकण में विशेष रूप से पर्यटन की समृद्ध विरासत है। इस वर्ष विश्व पर्यटन दिवस का नारा है सभी समावेशी विकास के लिए पर्यटन। इसी नारे के अनुरूप क्षेत्रीय कार्यालय, कोंकण विभाग , नवी मुंबई द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। क्षेत्रीय पर्यटन कार्यालय, कोंकण मंडल द्वारा पर्यटन व्यवसाय में उत्साह का माहौल बनाने के साथ-साथ कोंकण क्षेत्र में कृषि-उद्यमियों, होटल और रिसॉर्ट उद्यमियों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए योजनाओं की पहल की जा रही हैं। इसके तहत 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक फंसड़ वन्यजीव अभयारण्य और करनाला पक्षी अभयारण्य जंगल ट्रेल की एक दिवसीय यात्रा का आयोजन किया गया है। संजय नाइक, निदेशक, नेचर हॉस्पिटैलिटी यात्रा का आयोजन करेंगे।
रत्नागिरी जिले में गुहागर और आरेवरे समुद्र तट, सिंधुदुर्ग जिले में कुंकेश्वर, सिंधुदुर्ग जिले में कुंकयारा और तारकर, पहले पालघर जिले के वर्सोली और डाइव आगर समुद्र तट, केलवा और बोर्डी समुद्र तट पर समुद्र तट झोंपड़ी नीति लागू की जाएगी। राज्य में पर्यटन विकास को और अधिक कुशल बनाने के लिए पर्यटन विभाग के तहत पर्यटन निदेशालय की स्थापना की गई है और अप्रैल 2019 से राज्य के प्रत्येक राजस्व विभाग में क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित किए गए हैं।