ठाणे [ युनिस खान ] सेना में चार साल के लिए अग्निवीर भर्ती करने और फिर युवाओं को बीच में छोड़ देने वाली अग्निपथ योजना के खिलाफ राष्ट्रवादी युवक कांग्रेस की ओर से रास्ता रोको आन्दोलन कर कुछ समय के लिए यातायात ठप्प कर दिया है। राकांपा नेता व राज्य के गृहनिर्माण मंत्री डा जितेन्द्र आव्हाड के आदेशानुसार ठाणे में शहर अध्यक्ष आनंद परांजपे के मार्गदर्शन में युवक अध्यक्ष विक्रम खमकर के नेतृत्व में एवं प्रदेश महासचिव उमेश अग्रवाल की उपस्थिति में रास्ता रोको आंदोलन किया गया। कुछ समय के लिए मुंबई की ओर जाने वाला रास्ता पूरी तरह से जाम रहा।
केंद्र सरकार ने नियमित सैन्य भर्ती को रोककर अग्निपथ योजना शुरू की है। योजना के तहत सेना में भर्ती होने वाले युवा चार साल बाद सेवानिवृत्त होंगे। इससे बेरोजगारों की संख्या में इजाफा होगा। भाजपा नेता यह भी कह रहे हैं कि इन युवकों को भाजपा कार्यालय में सुरक्षा गार्ड के रूप में नियुक्त किया जाएगा। इस योजना के खिलाफ राकांपा के अचानक हुए आंदोलन से भारी ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन्न हो गयी। इसके बाद नौपाड़ा पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को कब्जे में लेकर छोड़ दिया। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच हलकी झड़प भी हुई।
इस समय शहर युवक अध्यक्ष विक्रम खामकर ने कहा कि मोदी सरकार जो यह कह कर सत्ता में आई थी कि वह सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन लागू करेगी और अब “नो रैंक नो पेंशन” योजना शुरू कर रही है। 4 साल की सेवा के बाद उन्हें नौकरी से निकालने के बाद बेरोजगारी की समस्या झेलना पड़ेगा। आज भी यह सच है कि सेना से सेवानिवृत्त हुए लोगों में से केवल 3% लोगों को ही नौकरी मिलती है। नतीजतन, जब 4 साल की सेवा के बाद भविष्य अंधकारमय दिख रहा है, इसलिए, इस योजना को रद्द कर दिया जाना चाहिए। उमेश अग्रवाल द्वारा, अग्निवीर टाइप बहुजनों के जीवन के साथ खिलवाड़ बताया है। उन्होंने कहा कि देश की सेवा करने वाले वर्ग का यह सबसे बड़ा अपमान है। समीर नेटके, श्रीकांत टावरे, अभिषेक पुसालकर, शाकिब दाते, मैसर शेख आदि कार्यकर्ताओं ने इस आंदोलन में भाग लिया था।