मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (आरजीआईसीएल) ने आज अपनी तरह का एक ओपीडी प्रॉडक्ट, रिलायंस – डिजिटल केयर मैनेजमेंट को लॉन्च किया, जिसका मकसद बीमित व्यक्ति के आउट पेशेंट ट्रीटमेंट के दौरान किए गए रेगुलर मेडिकल खर्चों को कवर करना है। प्रॉडक्ट को भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) सैंडबॉक्स गाइडलाइंस के तहत कुछ आइडियल और इनोवेटिव ऑफर्स में से एक चुना गया है।
भारत के उष्णकटिबंधीय जलवायु के बीच, हर मौसम या सीजन अपने साथ अनेक रोग और बीमारियों को लेकर आता है, जैसे साधारण सर्दी-खांसी से लेकर आंखों में संक्रमण; जिनमें से अधिकांश मामलों में अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ती, लेकिन इनकी वजह से डॉक्टर से परामर्श, जांच टेस्ट्स, या दवा संबंधी खर्चे बढ़ जाते हैं। कोविड-19 महामारी ने भी लोगों को स्वास्थ्य के प्रति अधिक जागरूक बना दिया है, जिसके कारण समय के साथ ओपीडी ट्रीटमेंट पर होने वाले खर्च में बढ़ोतरी हुई है। इस तरह के खर्चों के लिए हर भारतीय सालाना औसतन ₹5000 से ₹10,000 के बीच खर्च करता है। डिजिटल केयर मैनेजमेंट पॉलिसी के साथ, रिलायंस जनरल इंश्योरेंस, ग्राहकों को ऐसे आउट-ऑफ-पॉकेट खर्चों के खिलाफ एक फाइनेंशिल कुशन(सपोर्ट) देने की पेशकश करता है।इस पॉलिसी को लेने के कई फायदे हैं। ये फार्मेसी/दवा खर्च, जांच खर्च और डेंटल व ऑप्थालमोलोजी के साथ ही अनलिमिटेड डॉक्टर कंसल्टेशन को कवर करती है।
रिलायंस जनरल इंश्योरेंस के ईडी और सीईओ श्री राकेश जैन ने कहा, “कोविड-19 के दौरान लोगों ने वायरस के डर से डॉक्टर के क्लीनिक या अस्पतालों में जाने से परहेज किया, जिससे टेली-मेडिसिन, ऑनलाइन फ़ार्मेसी जैसे ओपीडी ट्रीटमेंट के लिए डिजिटल तरीकों को तेजी से अपनाने का मार्ग प्रशस्त हुआ। इस तरह, डिजिटल केयर मैनेजमेंट जैसी ओपीडी पॉलिसी शुरू करना जरूरी हो गया था, जो ट्रीटमेंट मोड से इतर नए जमाने के डिजिटल सेवी भारतीय को इस तरह के आउट-ऑफ-पॉकेट एक्सपेंस के वित्तीय बोझ से बचाता है महामारी के बाद अधिकांश लोग स्वास्थ्य से जुड़े जोखिमों को कवर करने के महत्व को समझ चुके हैं और एक हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के साथ खुद को कवर करना चाहते हैं, लेकिन उनमें से अधिकांश प्लान ओपीडी ट्रीटमेंट के लिए कवरेज की पेशकश नहीं करते। इस मेडिकल आउट-ऑफ-पॉकेट खर्च के खिलाफ वित्तीय रूप से सुरक्षित होने के लिए, रिलायंस डिजिटल केयर मैनेजमेंट ग्राहकों के लिए एक महत्वपूर्ण साधन बन गया है। प्रॉडक्ट को विशेष रूप से मध्यम-आय वर्ग के लिए डिज़ाइन किया गया है जो उन्हें ₹1000 से ₹5000 तक की बीमा राशि की कवरेज देता है। पॉलिसी को 18-75 वर्ष की आयु के बीच कोई भी व्यक्ति खरीद सकता है। इसके अलावा, आरजीआई के मौजूदा पॉलिसीधारकों को प्रीमियम पर 5% की छूट और कोविड -19 का टीकाकरण लगवाने वाले ग्राहकों को 5% की अतिरिक्त छूट की योजना है।