मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और कर्मचारियों को अपनी कई गतिविधियों के केंद्र में रखने की प्रतिबद्धता का उदाहरण पेश करते हुए फ्यूचर जेनराली इंडिया इंश्योरेंस ने मेंटल हेल्थ डे की रोशनी में 11 अक्टूबर को अपने कर्मचारियों हेतु एक दिन के अवकाश का ऐलान किया है। कर्मचारियों को आराम करने, फिर से तरोताजा होने और अपने परिवार के साथ समय बिताने के लिए कुछ समय प्रदान करना इसका उद्देश्य है। इसके अलावा वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे आने तक पूरे सप्ताह भर कर्मचारियों और उनके परिवारजन के लिए कई गतिविधियां और सत्र आयोजित करने की भी योजना बनाई गई है। इनमें बच्चों के आर्ट वर्कशॉप तथा कर्मचारियों व उनके परिवार के सदस्यों के लिए थकान पर काबू पाने हेतु मानसिक स्वास्थ्य को लेकर आयोजित कुछ सत्र शामिल हैं।
फ्यूचर जेनेराली इंडिया इंश्योरेंस के एमडी एवं सीईओ श्री अनूप राउ ने कहा, “एफजीआईआई में हमारा यह दृढ़ मत है कि मानसिक स्वास्थ्य शारीरिक स्वास्थ्य के जितना ही महत्वपूर्ण है और इस बारे में चर्चा छेड़ने तथा मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता फैलाने की दिशा में हमने कई पहल की हैं। इसी प्रकार हम यह भी मानते हैं कि कोई संगठन उतना ही मजबूत होता है, जितना कि उसके लोग। हम अपने कर्मचारियों को काम करने का सकारात्मक और अनुकूल माहौल उपलब्ध कराने का निरंतर प्रयास करते रहते हैं। कहा जाता है कि बदलाव हमेशा आपके अपने घर से ही शुरू होता है, इसीलिए हम कथनी और करनी का फर्क मिटाना चाहते हैं और उन पहलों को लागू करना चाहते हैं जो हमारे कर्मचारियों का अपने मानसिक कल्याण पर ध्यान केंद्रित कराएं।”
महामारी शुरू होते ही एफजीआईआई ने कर्मचारियों के कल्याण और जुड़ाव की दिशा में कई कदम उठाए थे, जैसे कि योग कक्षाएं और कर्मचारियों व उनके परिवारों के लिए आमने-सामने वाली एक हेल्पलाइन, जो उन्हें महामारी के कारण उत्पन्न चिंता, तनाव या अन्य मानसिक परेशानियों से निपटने हेतु व्यक्तिगत परामर्श देती है।
दरअसल हमारे समाज में मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता। यद्यपि महामारी ने मानसिक स्वास्थ्य पर काफी प्रकाश डाला है तथा शारीरिक व मानसिक रूप से खुद की देखभाल करने की अहमियत को उजागर कर दिया है। एफजीआईआई ने खुद को एक ऐसे नियोक्ता और संगठन के रूप में प्रस्तुत किया है, जो वास्तविक रूप से आंतरिक और बाहरी स्तर पर मानसिक स्वास्थ्य को लेकर संवाद को बढ़ावा देना चाहता है।