मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] मानसिक सेहत के बारे में लोगों के बीच बातचीत को सामान्य बनाने तथा मानसिक सेहत के मुद्दों पर जागरूकता फैलाने के अपने संकल्प पर कायम रहते हुए, फ़्यूचर जेनराली इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड ने एक और अनोखे पहल की शुरुआत की है। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस से पहले, कंपनी की ओर से बेजोड़ डिजाइन वाले फेसमास्क को लॉन्च किया जाएगा। ये फेसमास्क मानसिक सेहत से जुड़ी समस्याओं को स्वीकार करने का संदेश देंगे और इस बारे में लोगों को जागरूक बनाएंगे।
फेसमास्क सही मायने में कोविड-19 महामारी का प्रतीक बन चुके हैं, और कंपनी मानसिक सेहत के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए इसका इस्तेमाल कर रही है, क्योंकि आज मास्क हर जगह मौजूद हैं। प्रत्येक मास्क पर मानसिक बीमारी से बचाव का संदेश होगा, साथ ही यह मानसिक बीमारी से जूझ रहे लोगों को अपने हालात के बारे में बोलने के लिए प्रोत्साहित करेगा। जिस तरह ‘मास्क पहनकर’ कोविड-19 के संक्रमण से बचा जा सकता है, उसी तरह मानसिक सेहत के बारे में सही जानकारी से इससे जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकती है। इस अवसर पर श्री अनूप राव, एमडी एवं सीईओ, फ़्यूचर जेनराली इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (FGII), ने कहा, “हालांकि कोविड-19 महामारी से बड़े पैमाने पर प्रभाव को हम सभी ने देखा है, लेकिन मानसिक सेहत से जुड़ी चुनौतियों को आज भी नजरअंदाज किया जा रहा है। इस महामारी ने एक ऐसी समस्या को बड़े पैमाने पर उजागर किया है, जो भारत की परेशानी का कारण बन गया है। पिछले कुछ सालों में, देश में मानसिक सेहत की समस्या से जूझ रहे लोगों की संख्या बढ़ रही है। अगर इसकी रोकथाम नहीं की गई, तो यह आबादी के बहुत बड़े हिस्से के लिए एक गंभीर समस्या बन सकती है। मानसिक सेहत के बारे में जागरूकता की कमी, समाज में कलंकित होने का डर और मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता में कमी की वजह से ये चुनौतियाँ बढ़ती ही जा रही हैं। FGII में, हमारा इस बात पर दृढ़ विश्वास है, कि शारीरिक सेहत की तरह मानसिक सेहत भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। इस प्रकार, हमने मानसिक सेहत से जुड़े सामाजिक कलंक को मिटाने और इस मुद्दे पर बातचीत को सामान्य बनाने की हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप इन मास्क को लॉन्च किया है।”
ये फेस मास्क अमेज़न पर बेहद मामूली कीमत पर उपलब्ध होंगे। इन मास्क की बिक्री से होने वाली आय ‘मेंटल हेल्थ फाउंडेशन इंडिया’ नामक एक गैर-सरकारी संगठन को दी जाएगी, जिसका उपयोग मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता फैलाने तथा परामर्श के आयोजन के लिए किया जाएगा।