भिवंडी [ युनिस खान ] वराला देवी तालाब में 2 बच्चों की पानी में डूबकर मौत होने का दुखदाई प्रकरण प्रकाश में आया है.दोनों बच्चे धामनकर नाका के समीप पटेल कपाउंड निवासी बताए जाते हैं.पुलिस नें मृतक बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है.घटना से बच्चों के परिजनों में मातम पसरा है.
मिली जानकारी के अनुसार,दोपहर करीब 3 बजे पटेल कम्पाउंड निवासी अमन आरिफ चौऊस (13) व अमान सरफराज अन्सारी (15) अपने 4 दोस्तों के साथ वराला देवी तालाब के पास घूमने आए थे. भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए अमन आरिफ चौऊस (13) व अमान सरफराज अन्सारी (15) कपड़े उतारकर तालाब में नहाने के लिए पानी के अंदर गए.दोनों बच्चे नहाते समय गहरे पानी में चले गए और देखते देखते गहरे पानी में डूब गए.दोनों दोस्तों को पानी में डूबता देख कर अन्य दोस्त मौके से रफूचक्कर हो गए.तालाब के किनारे से गुजर रहे प्रत्यक्षदर्शियों की सूचना पर तत्परता से मौके पर पहुंचे अग्निशमन एवं शहर पुलिस बल द्वारा पानी में काफी खोजबीन कर काफी समय के उपरांत दोनों बच्चे के मृतक शरीर को बाहर निकाला गया.शहर पुलिस ने दोनों बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए आईजीएम अस्पताल भेजा जहां से अंत्येष्टि के लिए परिजनों को सौंप दिया गया. येन रमजान माह में हुई बच्चों की असमय मौत से परिजनों सहित समूचे रहिवासी परिसर में मातम पसरा है.
वराला देवी तालाब में अक्सर पानी में डूबने की घटना होती रहती है. कोई भी महीना ऐसा नहीं जाता जब तालाब के पानी से लाश नहीं मिलती है. तालाब की चारों तरफ की बाउंड्री वाल टूटी फूटी है. बाउंड्री वाल टूटी फूटी होने की वजह से तालाब में लोग नहाने, वाहन धोने, कपड़ा धोते दिखाई पड़ते हैं. आश्चर्यजनक है कि उक्त तालाब से ही मनपा द्वारा शहरवासियों को पीने के लिए करीब 2 एमएलडी पानी की सप्लाई की जाती है. जागरूक नागरिकों द्वारा तालाब की सुरक्षा का मुद्दा बार-बार उठाए जाने के बावजूद मनपा प्रशासन कोई सार्थक कदम नहीं उठाता. वराला देवी तालाब की सुरक्षा पूर्णतया भगवान भरोसे है. तालाब के आसपास के लोग भी तालाब की सुरक्षा को लेकर मनपा प्रशासन का दरवाजा खटखटा कर थक हार कर चुप बैठ गए है. जागरूक नागरिकों का कहना है कि वराला देवी तालाब की सुरक्षा बेहद जरूरी है. मनपा प्रशासन को तालाब की सुरक्षा के लिए सुरक्षा रक्षक की तैनाती करनी चाहिए अन्यथा किसी दिन बड़ी घटना होने से इंकार नही किया जा सकता है.