



ठाणे [ युनिस खान ] पूर्व द्रुतगति महामार्ग पर बहुप्रतीक्षित कोपरी पुल की पहली दो लेन का आज नगर विकास मंत्री व जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ने झंडी दिखाकर लोकार्पण किया है। उन्होंने कहा कि इस पुल के बनने से निश्चित रूप से ठाणे और मुलुंड के बीच यातायात की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी। रेल व एमएमआरडीए जल्द दो लेन की जिम्मेदारी लेंगे। एक वर्ष में आठ लेन का काम पूरा कर पुल को पूर्ण क्षमता से शुरू करने का उद्देश्य है।
मुलुंड और ठाणे को जोड़ने वाला पुल 1958 में लोक निर्माण विभाग के माध्यम से रेलवे ट्रैक पर बनाया गया था। समय के साथ जैसे-जैसे पुल अधिक खतरनाक और बढ़ते शहरीकरण के कारण संकरा होता गया। इसे फिर से बनाने की मांग की जाने लगी। उस समय सरकार से भी जल्द से जल्द पुल बनाने का आग्रह किया गया था। आखिरकार 24 अप्रैल 2018 को पुल का काम शुरू हो गया और आज साढ़े तीन साल बाद पुल के दोनों तरफ दो कुल फोर लेन का उद्घाटन हुआ। पुल की कुल लंबाई 796 मीटर है और इसकी कुल चौड़ाई 65 मीटर है। रेलवे ट्रैक से पुल की ऊंचाई 6,525 मीटर है और पुल के दोनों किनारों की चौड़ाई 37.4 मीटर है।
नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि पहले चरण में फोर लेन के चालू होने के बाद रेलवे और एमएमआरडीए के माध्यम से शेष चार लेन का काम जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। हमने और सांसद राजन विचारे ने पालघर में मार्ग के लिए आवश्यक गर्डरों का निरीक्षण किया है और यह कंपनी इन गर्डरों को ठाणे ले आई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसका उद्देश्य अगले एक साल में फोर लेन का काम पूरा कर पूरे आठ लेन को चालू करना है।
इस पुल की गुणवत्ता पर कई सवालिया निशान मौजूद थे। पुल की ग्राउंडिंग में अंतराल को पूरी तरह से नए पैच से बदल दिया गया था और आईआईटी से एक रिपोर्ट मांगी गई थी। यह रिपोर्ट संतोषजनक होने के कारण आज पुल का उद्घाटन किया जा रहा है। एमएमआरडीए आयुक्त एस वी आर श्रीनिवास, ठाणे के सांसद राजन विचारे, कल्याण डोंबिवली के सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे, ठाणे के महापौर नरेश म्हस्के, स्थानीय विधायक संजय केलकर, पूर्व सांसद आनंद परांजपे आदि मौजूद थे।