भिवंडी [ युनिस खान ] ईट भट्ठा व्यवसाय को कृषि के अनुपूरक व्यवसाय माना जाता है इसे आधुनिक तकनीक से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। कोकण विभागीय ईट उत्पादक संघ की आम सभा को संबोधित करते हुए कोकण विभागीय ईट उत्पादक संघ के अध्यक्ष कुंदन पाटिल ने इस आशय का उदगार व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा कि सभी किसान ईट भट्ठा व्यवसाय में आधुनिकता जोड़कर उसे व्यवसाय के रूप में वैध बनाने का प्रयास करें, ताकि भविष्य में किसानों को किसी संकट का सामना न करना पड़े। कावड़ में आयोजित बैठक में वे अपना उदगार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर ठाणे जिलाध्यक्ष शंकर खारिक, किरण पाटिल, शंकर गोराड़कर मोरेश्वर पाटिल, दिलीप म्हात्रे, अनंत माली सहित बड़ी संख्या में ईट भट्ठा मालिक मौजूद थे। पाटिल ने कहा कि बेमौसम बारिश सहित प्रवासी श्रमिकों की शिकायतों और राजस्व विभाग द्वारा की गई कार्रवाई ने ईट भट्ठा संचालकों को निराश कर दिया है। इसे रोकने के लिए हमें मजदूरों के साथ प्रेम पूर्ण संबंध रखना चाहिए, क्योंकि हम भूमिपुत्र व्यवसाई हैं। यह भावना रखना चाहिए कि मजदूर हमारे ठाणे, पालघर जिले में भूमिपुत्र आदिवासी भाई हैं। ईट भट्ठा मालिकों के लिए बीमा शील्ड, ईलेबर कार्ड और श्रमिकों तथा मालिकों के व्यवहार में पारदर्शिता बनाने के लिए एप विकसित किया जाएगा। उक्त बैठक में भिवंडी तालुका के लगभग 200 ईट भट्टा मालिकों ने हिस्सा लिया।