भिवंडी [ युनिस खान ] स्वतंत्रता दिवस के 75 वर्ष में भिवंडी के वाचन मंदिर में एक अंतर विद्यालय निबंध व चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में उत्तीर्ण छात्रों को पुरस्कार वितरण किया गया। इस अवसर पर पी आर महाविद्यालय की शिक्षिका प्राजक्ता कुलकर्णी ने कहा कि पढ़ना और अध्ययन करना दोनों बच्चों में आदत का हिस्सा होना चाहिए। पढ़ने से विद्यार्थी विचारशील और अधिक सक्रिय बनते हैं। बच्चों को पढ़ाई के अलावा कुछ अतिरिक्त विषयों की भी पढ़ाई की आदत डालनी चाहिए।
पूर्व राष्ट्रपति भारतरत्न डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जयंती के अवसर पर वाचन मंदिर, भिवंडी में भारतीय स्वतंत्रता के 75 वर्ष में एक अंतर विद्यालय निबंध और चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष सुधीर सिंहासने, कार्यवाहक अध्यक्ष किशोर नागवेकर, कोषाध्यक्ष उज्जवल कुंभार, कला शिक्षक संतोष बलिराम भोईर आदि उपस्थित थे। डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती को पठन प्रेरणा दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारतीय स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के अवसर पर स्कूली बच्चों के लिए अंतर विद्यालयीन निबंध और चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में विभिन्न विद्यालयों से 91 निबंध और 81 देशभक्ति के चित्र प्राप्त हुए थे। एपीजे अब्दुल कलाम जयंती के अवसर पर शारदीय प्रबोधन माला का आयोजन किया जाता है। इसी के साथ ही वाचन प्रेरणा दिवस का भी आयोजन किया गया था।.प्रजकता दत्तात्रेय कुलकर्णी निबंध प्रतियोगिता की परीक्षक तथा संतोष बलिराम भोइर ने छात्रों का मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कार्यकारिणी सदस्य योगेश वल्लाल, प्रसाद पुण्यार्थी, अंजली घुगरे, राधा जोशी, पुस्तकालय अध्यक्ष सुजाता वड़के, प्रणाली खोड़े, शालका मदान ने कड़ी मेहनत की। कार्यक्रम के अंत में कार्यवाहक अध्यक्ष किशोर नागर नागवेकर ने उपस्थित सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।