भिवंडी [ अमन न्यूज नेटवर्क ] रजा अकादमी भिवंडी और ईद मिलाद-उन-नबी जुलूस ट्रस्ट द्वारा आयोजित 17 वां जुलूस ईद मिलाद निकाला गया. हर साल भारी संख्या में लोग जुलूस में शामिल होते थे, लेकिन पिछले दो साल से कोरोना काल के चलते जुलूस की अनुमति शासन से नहीं मिली. पुलिस विभाग ने रजा अकादमी के नाम से परमीशन जारी किया और एक वाहन में केवल 5 लोग को मिलाकर कुल 2 वाहनों को मंजूरी दी थी.
जुलूस की शुरुआत पवित्र कुरान से हुई. मौलाना अहमद रज़ा और मुहम्मद असजद रज़ा ने नात पढ़ी. रज़ा अकादमी भिवंडी के अध्यक्ष और जुलूस ईद मिलाद-उन-नबी ट्रस्ट के संस्थापक मुहम्मद शकील रज़ा ने अपने संबोधन में कहा कि पुलिस और सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, इस वर्ष केवल एक प्रतीकात्मक जुलूस कोरोना वायरस के कारण आयोजित किया जा रहा है.हम दुआ करते हैं कि हमारे देश से कोरोना महामारी का खात्मा हो जाए ताकि अगले साल हर कोई जुलूस में शामिल हो सके.रज़ा अकादमी भिवंडी के महासचिव मुहम्मद शरजील रज़ा ने शासन के निर्देशित नियमों के कर्तव्यों का पालन किया.
जुलूस की अगुवाई मुस्लिम धर्मगुरु हज़रत अल्लामा मौलाना अब्बास रिज़वी ने किया.जुलूस दुआ के उपरांत शाम 4 बजे कोटरगेट मस्जिद से रवाना हुआ. जुलूस कोटारगेट से निकलकर निजामपुरा से होते हुए वंजार पट्टी नाका होकर मामू भांजा दरगाह पहुंचा जहां अस्र की नमाज अदा की गई एवम देश में कोरोना के पूरे तौर पर ख़ात्मे के लिए दुआ करते हुए अमन,शांति के लिए भी दुआ हुई. मौलाना शकील रज़ा ने भिवंडी के डीसीपी, एसीपी और वरिष्ठ पुलिस निरीक्षको को धन्यवाद दिया कि पुलिस विभाग ने बड़ी अनुशासन के साथ अपने कर्तव्यों का पालन किया और सख्त व्यवस्था की ताकि कोई भी दुर्भाग्यपूर्ण घटना न हो. यातायात पुलिस विभाग ने कड़ी मेहनत कर बेहतरीन व्यवस्था की, जिससे यातायात और जुलूस में कोई बाधा उत्पन्न नहीं हुई.