इस गठबंध से सूक्ष्म उद्यमों के लिए 15 मिलियन अमरीकी डालर (लगभग 110 करोड़ रुपये) का कोष उपलब्ध होगा
मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के संवर्द्धन, वित्तपोषण और विकास में संलग्न शीर्ष वित्तीय संस्थान, भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) ने गूगल के साथ गठबंध किया है। इसका उद्देश्य सूक्ष्म उद्यमों के लिए सामाजिक रूप से प्रभावकारी ऋण कार्यक्रम का शुभारंभ करना है, जिसके अंतर्गत इन्हें प्रतिस्पर्द्धी ब्याज दरों पर रु.100 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
गूगल के साथ इस अपनी तरह की यह अनूठे कार्यक्रम के तहत भारत में कोविड-19 संकट पर प्रतिक्रिया के रूप में एमएसएमई क्षेत्र को पूर्ववत जीवंत बनाने के लिए सूक्ष्म उद्यमों के लिए 15 मिलियन अमरीकी डालर (लगभग 110 करोड़ रुपये) के कोष उपलब्ध होगा। इस गठबंध के तहत सूक्ष्म उद्यमों (5 करोड़ रुपये तक के कारोबार वाले उद्यमों) पर लक्ष्यित ऋण कार्यक्रम की परिकल्पना की गई है, जिसे सिडबी द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा व इसके अंतर्गत ऋण का आकार रु.25 लाख से रु.1 करोड़ के बीच होगा। इस कार्यक्रम का मुख्य केंद्र-बिन्दु महिला उद्यमियों द्वारा चलाए जा रहे उद्यम होंगे। इन उद्यमों के लिए उपयुक्त रियायती ब्याज दर की भी परिकल्पना की गई है।
सिडबी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्री सिवसुब्रमणियन रमण, आईए एंड एएस ने कहा, “एमएसएमई निस्संदेह भारतीय अर्थव्यवस्था की जीवन-धारा हैं जो आर्थिक विकास के उत्प्रेरक के रूप में कार्य कर रहे हैं और समरूप विकास और सामाजिक परिवर्तन में मदद कर रहे हैं। पर्यानुकूल विकास को सुनिश्चित करने के लिए सिडबी के जनादेश और क्षेत्र के प्रति प्रतिबद्धता के अनुरूप हमने कोविड-19 के अप्रत्याशित आगमन के विरुद्ध आपातकालीन प्रतिक्रिया स्वरूप – सेफ, सेफ प्लस स्कीम, अरोग और श्वास जैसे विभिन्न कार्यक्रम शुरू किए हैं। आज हमें इस बात पर गर्व है कि इस क्षेत्र को पुनरुज्जीवित करने के सिडबी के प्रयासों को गूगल जैसे एक लोक उत्साही और कर्तव्यनिष्ठ भागीदार का मजबूत सहयोग का समर्थन प्राप्त है। यह अपनी तरह का एक अनूठा कार्यक्रम है जो छोटे व्यवसायों के लिए 110 करोड़ रुपये का एक कोष प्रस्तुत करता है और भारत में एमएसएमई क्षेत्र को फिर से जीवंत बनाने के लिए कोविड –19 से संबंधित आपात प्रतिक्रिया प्रदान करता है। यह सिडबी द्वारा अपने ग्राहकों के लिए ऑनबोर्डिंग करने से लेकर संवितरण चरण तक एक पेपरलेस यात्रा की शुरुआत का भी प्रतीक है। एक पूर्ण और महत्वपूर्ण आर्थिक सुधार करने की नई आशा के साथ हम इस सहयोग को एमएसएमई क्षेत्र की ऋण तक पहुंच को बढ़ाने के अपने प्रयासों को बढ़ाने की दिशा में देखते हैं और इसके सर्जनशील प्रभाव को देखने के लिए अति उत्सुक हैं, जिसे हम एक साथ मिलकर प्राप्त कर सकते हैं।”
इस सहयोग के बारे में बोलते हुए, श्री संजय गुप्ता, वाइस प्रेसिडेंट और कंट्री मैनेजर, गूगल इंडिया ने कहा, “हम भारत के छोटे व्यवसायों को डिजिटल प्रणाली द्वारा प्रदान किए गए अवसर का लाभ उठाने में सक्षम बनाने के लिए एक लंबे समय से प्रतिबद्ध हैं ताकि वे उपकरणों, सेवाओं और उत्पादों की एक श्रृंखला – जो विशेष रूप से उनके लिए डिज़ाइन की गई है – के माध्यम से स्केल में वृद्धि कर नवोन्मेषिता के साथ नए ग्राहकों तक पहुंच सकें। कोविड-19 की शुरुआत में ही हमने कई प्रयास शुरू किए, जो इस तथ्य की गवाही देते थे कि ये छोटे व्यवसाय महामारी की वजह से असमान रूप से प्रभावित हुए हैं। सिडबी, जिसे इस बड़े और फैले हुए पारितंत्र की विकास विषयक जरूरतों की गहरी समझ है, के साथ हाथ मिलाकर हमें इन उद्यमों को अपना समर्थन देने में खुशी हो रही है।”
सिड्बी के बारे में: 1990 में अपने गठन के बाद से सिडबी अपने एकीकृत, अभिनव और समावेशी दृष्टिकोण के माध्यम से समाज के विभिन्न स्तरों पर नागरिकों के जीवन को प्रभावित कर रहा है। सिडबी ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से विभिन्न ऋण और विकासात्मक उपायों के माध्यम से सूक्ष्म और लघु उद्यमियों (एमएसई) के जीवन को छुआ है, चाहे ये पारंपरिक व घरेलू छोटे उद्यमी हों; उद्यमिता पिरामिड के निम्नतम स्तर के उद्यमी हों अथवा उच्चतम स्तर के ज्ञान-आधारित उद्यमी हों। सिडबी 2.0 अपने साथ समावेशी, अभिनव और प्रभाव-उन्मुख संबद्धताओं की दृष्टि को लेकर चल रहा है। अधिक जानकारी के लिए कृपया वेबसाइट https://www.sidbi.in पर जाएँ।
गूगल के बारे में: गूगल का मिशन दुनिया की जानकारी को व्यवस्थित करना और इसे सार्वभौमिक रूप से सुलभ और उपयोगी बनाना है। सर्च, मैप्स, जीमेल, एंड्रॉइड, गूगल प्ले, क्रोम और यूट्यूब जैसे उत्पादों और प्लेटफार्मों के माध्यम से गूगल अरबों लोगों के दैनिक जीवन में एक सार्थक भूमिका निभाता है और दुनिया में सबसे व्यापक रूप से ज्ञात कंपनियों में से एक बन गया है। गूगल, अल्फाबेट इंक की सहायक कंपनी है।