ठाणे [ युनिस खान ] वर्ष 2030 तक कुत्ते के काटने से होने वाले रेबीज को खत्म करने के लिए जिला सामान्य अस्पताल, ठाणे में मॉडल एंटी रैबीज क्लिनिक की स्थापना में तेजी लाई जाए। सामान्य प्रशासन उप जिलाधिकारी गोपीनाथ ठोंबरे ने इस आशय का निर्देश दिया है।
जिला स्तरीय पशु रोग समिति की बैठक उप जिलाधिकारी ठोंबरे की अध्यक्षता में बैठक हुई जिसमें खुले जानवरों की सुरक्षा करने की जरूरत पर बल दिया गया है। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि आवारा कुत्तों को नसबंदी किया जाना चाहिए और उनके पालतू जानवरों को पंजीकृत किया जाना चाहिए। इसी के साथ नियमित रूप से टीकाकरण किया जाना चाहिए।
जलवायु परिवर्तन मानव जीवन और स्वास्थ्य को कई तरह से प्रभावित कर रहा है। वैश्विक जलवायु परिवर्तन के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों से निपटने के लिए प्रयास करने की आवश्यकता है। पर्यावरण की रक्षा करना सभी की जिम्मेदारी है। उप जिलाधिकारी ठोंबरे ने कहा कि प्रदूषण को रोकने के लिए सभी को प्रयास करने चाहिए।
रेबीज उन्मूलन के लिए ठाणे जिला सामान्य अस्पताल में एक मॉडल एंटी-रेबीज क्लिनिक स्थापित किया जाएगा। बताया गया कि जिले में जनवरी से अक्टूबर के बीच कुत्ते के काटने के 7801 मामले सामने आए।
इस बीच जलवायु परिवर्तन और मानव स्वास्थ्य पर एक जिला स्तरीय टास्क फोर्स की भी बैठक हुई। मानव स्वास्थ्य पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों और उचित निवारक उपायों पर चर्चा की गई।
अपर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा संतोषी जाधव, उप क्षेत्रीय अधिकारी एस. वाई कोपरकर, कलवा मेडिकल कॉलेज के डीन एस जी कामखेड़कर, क्षेत्राधिकारी डा महेंद्र पटेबहादुर, औषधि निरीक्षक, खाद्य एवं औषधि प्रशासन कैलास खापेकर, जिला आपदा प्रबंधन अनीता जवांजल, जिला संक्रामक रोग विशेषज्ञ डा प्रेरणा आवटे आदि उपस्थित थे।
जिला स्तरीय पशु रोग समिति की बैठक उप जिलाधिकारी ठोंबरे की अध्यक्षता में बैठक हुई जिसमें खुले जानवरों की सुरक्षा करने की जरूरत पर बल दिया गया है। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि आवारा कुत्तों को नसबंदी किया जाना चाहिए और उनके पालतू जानवरों को पंजीकृत किया जाना चाहिए। इसी के साथ नियमित रूप से टीकाकरण किया जाना चाहिए।
जलवायु परिवर्तन मानव जीवन और स्वास्थ्य को कई तरह से प्रभावित कर रहा है। वैश्विक जलवायु परिवर्तन के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों से निपटने के लिए प्रयास करने की आवश्यकता है। पर्यावरण की रक्षा करना सभी की जिम्मेदारी है। उप जिलाधिकारी ठोंबरे ने कहा कि प्रदूषण को रोकने के लिए सभी को प्रयास करने चाहिए।
रेबीज उन्मूलन के लिए ठाणे जिला सामान्य अस्पताल में एक मॉडल एंटी-रेबीज क्लिनिक स्थापित किया जाएगा। बताया गया कि जिले में जनवरी से अक्टूबर के बीच कुत्ते के काटने के 7801 मामले सामने आए।
इस बीच जलवायु परिवर्तन और मानव स्वास्थ्य पर एक जिला स्तरीय टास्क फोर्स की भी बैठक हुई। मानव स्वास्थ्य पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों और उचित निवारक उपायों पर चर्चा की गई।
अपर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा संतोषी जाधव, उप क्षेत्रीय अधिकारी एस. वाई कोपरकर, कलवा मेडिकल कॉलेज के डीन एस जी कामखेड़कर, क्षेत्राधिकारी डा महेंद्र पटेबहादुर, औषधि निरीक्षक, खाद्य एवं औषधि प्रशासन कैलास खापेकर, जिला आपदा प्रबंधन अनीता जवांजल, जिला संक्रामक रोग विशेषज्ञ डा प्रेरणा आवटे आदि उपस्थित थे।