भिवंडी [ युनिस खान ] भिवंडी में कोरोना मरीजों का ग्राफ बेहद कम होने से लोग बेखौफ होकर घूम रहे हैं। अब ओमीक्रोन वेरिएंट का गंभीर खतरा लोगों के सिर पर मंडराने लगा है। शासन के लाख दिशानिर्देशों के बावजूद लोग स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति गंभीर लापरवाही बरत रहे हैं। शहर के व्यस्ततम बाजारों सहित भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों, चौक- चौराहे, समारोह आदि में कोरोना प्रोटोकॉल की भारी अनदेखी हो रही है। लोगों के चेहरे से मास्क नदारद, सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का उल्लंघन व सैनिटाइजर का उपयोग पर लोगों का ध्यान नहीं है। संक्रमण फैलने से रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा है। इसके बावजूद लोग टीकाकरण पर अपेक्षित ध्यान नहीं दे रहे हैं। मनपा प्रशासन एवं शासन के प्रयासों के बावजूद शहर में टीकाकरण का ग्राफ अभी तक 50 फीसदी पार नहीं कर सका है।
सार्वजनिक स्थानों पर देर रात तक लोगों की भीड़ दिखाई देती है जिसमें बहुतायत लोग कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाते दिखाई देते हैं। कोरोना का ग्राफ कम होने से शहर के बगीचे व मैदानों में घूमने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। मॉर्निंग- इवनिंग वॉक करने वालों के भी चेहरों से मास्क गायब हो गया है। लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी करना बंद कर दिए हैं। शासन द्वारा प्रतिबंधित पान, गुटखा भी लोग खाकर धड़ल्ले से जगह-जगह थूकते दिखाई पड़ते हैं। जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ने की संभावना है।
नए वैरीअंट से की आशंका पर मनपा प्रमुख वैद्यकीय अधिकारी डॉक्टर कारभारी खरात का कहना है कि भिवंडी शहर में कोरोना मरीजों का ग्राफ भले ही कम हुआ है लेकिन ओमीक्रोन वेरिएंट का आगाज होने से स्वास्थ्य का गंभीर खतरा बन सकता है। नए वैरिएंट के संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जाना बेहद जरूरी है। मुंह पर मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, सेनीटाइजर का उपयोग बेहद जरूरी है। दुकानदार भी लापरवाही बरत रहे है। स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए लोगों को दोनों टीकाकरण जरूर कराना चाहिए। शादी-समारोह में शासन द्वारा लागू कोरोना प्रोटोकॉल का शतप्रतिशत पालन किया जाना बेहद जरूरी है। कोरोना प्रोटोकॉल में बरती जा रही लापरवाही जीवन के भारी खतरे का कारण बन सकती है। उन्होंने कहा है कि स्वास्थ्य सुरक्षा की खातिर वैक्सीन टीकाकरण जरूर एवं कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जाना नितांत आवश्यक है।