ठाणे [ युनिस खान ] शिवसेना के कुछ पदाधिकारियों ने कहा है कि हमें आगामी नगरपालिका चुनावों में आघाडी की जरुरत नहीं है। शिवसेना के पदाधिकारी गृहनिर्माण मंत्री डा जितेंद्र आव्हाड, पार्टी शहर अध्यक्ष आनंद परांजपे और राकांपा की लगातार आलोचना कर रहे हैं। इसलिए महाविकास आघाडी के धर्म का पालन करना सिर्फ राकांपा की जिम्मेदारी नहीं है। इस आशय का बायान देते हुए मनपा में राकांपा गटनेता नजीब मुल्ला ने कहा है कि अगर शिवसेना को गठबंधन करने में दिलचस्पी नहीं है तो हम भी अपने दम पर चुनाव लड़ने को तैयार हैं।
पिछले चार दिनों से राकांपा और शिवसेना के पदाधिकारियों के बीच वाकयुद्ध छिड़ा हुआ है है कि खारेगांव में रेलवे फ्लाईओवर का काम किसने किया। उदघाटन समारोह के बाद गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने अपनी भूमिका मीडिया के सामने रखी। इसके तुरंत बाद शिवसेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एनसीपी की आलोचना की। जवाब में आनंद परांजपे ने भूमिका की शुरुआत की। उसके बाद महापौर और शिवसेना के नगर सेवकों ने फिर आलोचनात्मक टिप्पणी की। शिवसेना आगामी चुनावों में राकांपा से गठबंधन नहीं करना चाहती है तो हम भी अपने बल पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। यदि हिम्मत है तो शिवसेना अपने दम पर सत्ता स्थापित कर दिखाए। इस आशय की प्रतिक्रिया राकांपा गटनेता नजीब मुल्ला ने दी है।
उन्होंने कहा है कि पिछले 12 वर्षों में जितेंद्र आव्हाड के अथक प्रयासों से कलवा मुंब्रा में विकास की नदी बहने लगी है। आव्हाड ने वर्षों से ठप पड़े कई विकास कार्यों का मार्ग प्रशस्त किया है। यही कारण है कि वह इस निर्वाचन क्षेत्र में रिकॉर्ड बहुमत के साथ चुने गए हैं। उन्हें किसी काम का श्रेय लेने की जरूरत नहीं है। यह कहते हुए नजीब मुल्ला ने कहा कि यह जनता सब कुछ जानती है। नजीब मुल्ला ने आव्हाड के कार्य नीति की प्रशंसा की है। साथ ही सेना के पदाधिकारियों से वे मोर्चा नहीं लेना चाहते हैं। दोनों पक्षों के पदाधिकारियों से अघाड़ी धर्म के पालन की अपेक्षा की जाती है। अगर वे आगामी चुनावों में गठबंधन नहीं चाहते हैं तो हम अपने दम पर लड़ने को तैयार हैं। शिवसेना के पदाधिकारी इस बात का ध्यान रखें कि हमारी पार्टी शिवसेना के पीछे नहीं चक्कर लगाएगी।
उन्होंने कहा है कि पिछले 12 वर्षों में जितेंद्र आव्हाड के अथक प्रयासों से कलवा मुंब्रा में विकास की नदी बहने लगी है। आव्हाड ने वर्षों से ठप पड़े कई विकास कार्यों का मार्ग प्रशस्त किया है। यही कारण है कि वह इस निर्वाचन क्षेत्र में रिकॉर्ड बहुमत के साथ चुने गए हैं। उन्हें किसी काम का श्रेय लेने की जरूरत नहीं है। यह कहते हुए नजीब मुल्ला ने कहा कि यह जनता सब कुछ जानती है। नजीब मुल्ला ने आव्हाड के कार्य नीति की प्रशंसा की है। साथ ही सेना के पदाधिकारियों से वे मोर्चा नहीं लेना चाहते हैं। दोनों पक्षों के पदाधिकारियों से अघाड़ी धर्म के पालन की अपेक्षा की जाती है। अगर वे आगामी चुनावों में गठबंधन नहीं चाहते हैं तो हम अपने दम पर लड़ने को तैयार हैं। शिवसेना के पदाधिकारी इस बात का ध्यान रखें कि हमारी पार्टी शिवसेना के पीछे नहीं चक्कर लगाएगी।
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