मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] जेनेराली ने भारत में अपने जीवन और संपत्ति एवं दुर्घटना (P&C), दोनों संयुक्त उपक्रमों में बड़ी हिस्सेदार बनने के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किया है। इन दोनों सौदों को सम्बंधित विनियामकों की स्वीकृति मिलना अभी बाकी है।संपत्ति एवं दुर्घटना (P&C) व्यवसाय में जेनेराली ने फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड से फ्यूचर जेनेराली इंडिया इंश्योरेंस (एफजीआइआइ) का 25% हिस्सा 145 मिलियन यूरो में अधिग्रहण करने की सहमति दी है। लॉकडाउन के बाद, एफजीआईआई में जेनेराली लगभग 74% हिस्से की धारक होगी। एफजीआईआई विविध उत्पाद और वितरण पोर्टफोलियो के साथ बाज़ार में तीव्रतम विकासशील साधारण बीमा कंपनियों में से एक है; मार्च 2021 (भारतीय बीमा कंपनियों के लिए वित्त वर्ष का समापन माह) में इसने लगभग 450 मिलियन यूरो का प्रीमियम दर्ज किया।
जीवन बीमा व्यवसाय के सम्बन्ध में फ्यूचर जेनेराली इंडिया लाइफ (एफजीआइएल) में इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट लिमिटेड (आइआइटीएल) द्वारा धारित सम्पूर्ण हिस्से को (लगभग 16%) लगभग 26 मिलियन यूरो में अधिग्रहण करने के अनुबंध पर हस्ताक्षर किये गये हैं। एफजीआईएल ने मार्च 2021 तक लगभग 150 मिलियन यूरो का सकल लिखित प्रीमियम दर्ज किया है। इसके अलावा, जेनेराली एफजीआईएल में शेयरों का अधिमानता आवंटन (लगभग 21 मिलियन यूरो) को सब्सक्राइब करेगा। इसके फलस्वरूप, सौदे के समापन और अधिमानता आवंटन के बाद एफजीआईएल में जेनेराली लगभग 68% हिस्से की धारक होगी और यह हिस्सा आगे शेयरों के और अधिमानता आवंटन के बाद वर्ष 2022 के अंत तक बार्कर 71% तक हो सकता है।
ये सौदे ‘लाइफटाइम पार्टनर 24: ड्राइविंग ग्रोथ’ रणनीति के अनुरूप हैं। इससे तीव्र विकासशील बाज़ारों में जेनेराली की स्थिति मजबूत होगी। साथ ही, इससे जेनेराली के लाइफटाइम पार्टनर महत्वाकांक्षा के अनुकूल ग्राहकों के लिए मूल्य निर्माण करते हुए लाभकारी वृद्धि प्रदान करने की वचनबद्धता की पुष्टि होती है। जेनेराली अंतरराष्ट्रीय बीमा कंपनियों में पहली कंपनी है जिसने विदेशी स्वामित्व की सीमा के प्रभावी होने के बाद अपने दोनों भारतीय संयुक्त उपक्रम कंपनियों में बड़ी हिस्सेदारी के लिए कदम बढ़ाया है। सौदे से सभी पहलुओं को पूरा करने के बाद वर्ष 2022 में इस ग्रुप के रेगुलेटरी सॉल्वेंसी रेशियो पर कुल अनुमानित भार लगभग -4 पी.पी. होगा।
जेनेराली ग्रुप के सीईओ इंटरनेशनल, जैमे ऐन्चुस्तेगी मेल्गारेजोने कहा कि, “अपने इंडियन लाइफ और पीऐंडसी (P&C) इंश्योरेंस बिजनेस में जेनेराली की हिस्सेदारी बढ़ाना इस बेहद संभावनाशील बाज़ार में हमारी विकास यात्रा में एक और अगले कदम को दशार्ता है। दहाई अंक (डबल डिजिट) की वार्षिक वृद्धि दर के अनुमान के साथ भारत के बीमा बाज़ार में उल्लेखनीय अवसर मौजूद है और हमें इस भूभाग में अपनी उपस्थिति मजबूत करते हुए भारतीय ग्राहकों के अधिकाधिक हिस्से के लिए आजीवन सहयोगी बनने की आशा है।”
रॉब लियोनार्डी, रीजनल ऑफिसर, जेनेराली एशियाने कहा कि, “हम बेहद उत्साहित हैं कि अब हम अपने लाइफ और पीऐंडसी इंश्योरेंस बिजनेस में अपनी स्थिति मजबूत कर रहे हैं, जैसा कि हम हमेशा भारत में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के इच्छुक रहे हैं। एक बार सौदा पूरा हो जाने पर इसे इस रूप में करने की योजना है जिससे कि हमारे 4 मिलियन से अधिक ग्राहकों, अभिकर्ताओं, सहयोगियों और वितरकों के लिए अधिक मूल्य निर्माण हो सके।
भारत 2022-20301,2 के दौरान 10%+ सीएजीआर के सांकेतिक जीडब्लूपी (सकल लिखित प्रीमियम) वृद्धि के साथ विश्व में सबसे तेज गति से विकासशील बीमा बाज़ारों में से एक है। अपने उच्च वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (जीडब्लूपी) वृद्धि (2021-20222 में 8% वार्षिक वृद्धि अनुमानित, जो दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों में सर्वोच्च है), न्यून बीमा अनुपात (20203 तक जीडीपी में केवल 4.2%3 जीडब्लूपी) और निजी उपभोग तथा खर्च योग्य आमदनी (अगले 5 वर्षों2 में लगभग 7% बढ़ने का अनुमान) की बदौलत यह विशिष्ट रूप से आकर्षक है। सिटीग्रुप और अल्वारेज़ एवं मार्सल ने सौदों में जेनेराली के वित्तीय सलाहकारों की भूमिका निभाई है।