नवी मुंबई [ युनिस खान ] नवी मुंबई मनपा नागरिकों की सहयोग से शहर में एक स्वच्छता मुहीम चलाकर विविध उपक्रम शुरू किया है। मनपा आयुक्त अभिजीत बांगर के मार्गदर्शन में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर नागरिकों की भागीदारी को प्राथमिकता दी जा रही है।
इसी तरह की एक अभिनव पहल, स्वच्छ भारत अभियान, भारतीय स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ पर स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किया गया है। यह पहल स्वच्छता से संबंधित नवीन तकनीकी अवधारणाओं के साथ आने के लिए नागरिकों की कल्पना के लिए एक खुला मंच प्रदान करती है। नवी मुंबई मनपा ने आयुक्त की अवधारणा के अनुसार “स्वच्छ अभिनव प्रौद्योगिकी चुनौती” घोषित की थी जिसमें 39 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
रामराव आदिक प्रौद्योगिकी संस्थान, डॉ. डीवाई पाटिल विश्वविद्यालय नेरुल द्वारा प्रस्तुत सोलर पावर्ड वाटर ट्रैश कलेक्शन व तकनीकी प्रकल्प प्रथम क्रमांक पर आने पर 1 लाख रूपये का पुरस्कार प्राप्त किया है। इस तकनीकी दल के मुखिया श्रीमती अनुश्री मोरे एवं समूह सदस्य श्रीमती संजना जंगम और श्रीमती रोशनी धवले ने प्रशंसापत्र और स्मृति चिन्ह के साथ पुरस्कार स्वीकार किया। डा जयानंद गावंडे इस परियोजना समूह के मार्गदर्शक थे।
क्लीन इनोवेटिव टेक्नोलॉजी चैलेंज चयन समिति के अध्यक्ष एवं मनपा की अपर आयुक्त सुजाता ढोले के तत्वावधान में समिति की सदस्य सचिव एवं घन कचरा प्रबंधन उपायुक्त डा बाबासाहेब राजले, समिति के सदस्य शरद जाधव , हार्डवेयर इंजीनियर प्रवीण पाटिल एवं मुख्य स्वच्छता अधिकारी राजेन्द्र सोनावने की उपस्थिति में पुरस्कार वितरण समारोह हुआ।
इस प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले को 50,000 रुपये की पुरस्कार राशि रामराव आदिक, प्रौद्योगिकी संस्थान, डा डीवाई पाटिल विश्वविद्यालय के प्रथमेश पाटिल के नेतृत्व में पुरस्कार जीता। डा मनोज डोंगरे के मार्गदर्शन में प्रसाद पितृभक्त, जयेश पाटिल, ईमान शेख मशीन होल डिटेक्शन एंड मॉनिटरिंग सिस्टम प्रोजेक्ट के विकास में समूह महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
फादर एग्नेल कॉलेज वाशी के आदित्य भास्कर के नेतृत्व वाले तकनीकी समूह ने तीसरा पुरस्कार जीता। स्मृति चिन्ह और प्रशंसापत्र के साथ 25,000 रुपये का पुरस्कार स्वीकार किया। डा इकलिम सिद्दीकी के मार्गदर्शन में मैल्कम डायस, कुशल चव्हाण, नागेश्वर आव्हाड ने इस तकनीकी परियोजना के निर्माण में योगदान दिया।