




भिवंडी [ युनिस खान ] ध्वनी प्रदूषण से स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है.नागरिकों के स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए नो हार्न मुहिम ही एकमेव उपाय है.उक्त उद्गार व्यक्त करते हुए ट्रैफिक विभाग के सहायक पुलिस आयुक्त किशोर खैरनार नें “नो हार्न सप्ताह” का उद्घाटन किया.उक्त मौके पर सप्ताह आयोजक कोनगाव ट्रैफिक शाखा वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक गिरीश गोडे, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रवींद्र मायने, ज्ञानेश्वर आव्हाड,हिराली फाऊंडेशन की सरीता खानचंदानी,समाजसेवक यशवंत केणे,प्रकाश ऑटो मालिक महेश व सीमा आहुजा उपस्थित थे.
गौरतलब हो कि मार्ग पर वाहन चालकों द्वारा अकारण ही कर्कश हॉर्न बजाने पर स्वास्थ्य पर विपरीत परिणाम होने से रक्तदाब व हृदय दाब बढ़ रहा है.ट्रैफिक विभाग में कार्यरत 40 % पुलिस कर्मचारी कान की बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं.विद्यार्थियों से पालकों को समझाए जाने की अपेक्षा करते हुए खैरनार नें कहा कि बेहद जरूरी होने पर वाहन चालकों को हार्न बजाना चाहिए. कार्यक्रम के प्रस्तावना भाषण में गिरीश गोडे नें “नो हॉर्न सप्ताह” के दरम्यान वाहन चालको के मध्ये जनजागृती करने के लिए शांतिदुत की नियुक्ती कर बगैर कारण कर्कश हॉर्न बजाने से चिडचिड व लक्ष विचलित होने से सड़क हादसे होने की प्रबल संभावना के लिए समाज को जागरूक किये जाने की जरूरत पर जोर दिया. कार्यक्रम के प्रारंभ में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक गिरीश गोडे व सहायक पुलिस निरीक्षक विकास भिंगारदिवे ने गणमान्य हस्तियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया. “नो हार्न सप्ताह” कार्यक्रम में आठगाव विद्या मंदिर शाला के विद्यार्थी,ऑटो रिक्शा चालक भारी संख्यां में सहभागी हुए.