ठाणे [ युनिस खान ] मुंबई के पांच टोल नाके ठाणे, कटाई, कोनगांव और खारघर टोल नाके से छोटे चार पहिया एम एच 04 वाहनों को तुरंत टोल टैक्स से छूट देकर ठाणे के लोगों को राहत देनी चाहिए। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से राकांपा अजीत पवार गुट , महाराष्ट्र के प्रवक्ता, पालघर और ठाणे समन्वयक, ठाणे जिला अध्यक्ष आनंद परांजपे ने मांग किया है।
उन्होंने कहा है कि ठाणेकरों पर अनावश्यक टोल का बोझ डाला गया है। इसके चलते एमएच 04 के वाहनों को ठाणे से छूट देकर ठाणेवासियों को तत्काल राहत दी जानी चाहिए। एमएसआरडीए के प्रमुख के रूप में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस, मुख्य सचिव, एमएसआरडीए अधिकारियों, टोल ठेकेदारों को एक साथ बैठकर टोल मुद्दे पर नीति तय करनी चाहिए। पांच प्रवेश द्वारों पर टोल मुद्दे पर नीति तय करनी चाहिए। मुंबई, दहिसर, ऐरोली, वाशी, आनंदनगर, एलबीएस मुलुंड में प्रवेश द्वार पर टोल में छूट देने का निर्णय लेने की मांग आनंद परांजपे ने मांग की है। उन्होंने कहा है कि इस आशय का निर्णय लेकर महायुती सरकार को चाहिए लोगों को राहत दे।
परांजपे ने मनसे के अनशन पर कहा कि अगर राज ठाकरे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री से मिले तो इसका कुछ समाधान निकाला जा सकता है। टोल समझौता एमईपीएल के साथ 2010 से 2026 तक के लिए है। हर तीन साल में 1 अक्टूबर को टोल में 5 रुपये की बढ़ोतरी की जाती है। आखिरी बार 1 अक्टूबर 2020 को टोल में 5 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी। टोल बढ़ोतरी का ये सिलसिला 2010 से चल रहा है। आनंद परांजपे ने बताया कि अगर इससे निकलने का कोई वास्तविक रास्ता है और जनता को टोल से मुक्ति दिलानी है तो एमएसआरडीए का विभाग मुख्यमंत्री के पास है। ऐसे में अगर मुख्यमंत्री शिंदे से राज ठाकरे मिलते हैं, तो कुछ रास्ता मिल सकता है।
उन्होंने राजनितिक मुद्दे पर कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने मुझे महाराष्ट्र प्रवक्ता, ठाणे व पालघर जिले का समन्वयक और ठाणे जिला अध्यक्ष जैसी विभिन्न जिम्मेदारियां दी हैं। मेरी भूमिका ठाणे और पालघर जिलों के लोकसभा क्षेत्रों में महायुति उम्मीदवार के पीछे राकांपा की शक्ति लगाने की है। आनंद परांजपे ने कहा कि पार्टी आगे भी जो जिम्मेदारी देगी, उसे निभाऊंगा।