भिवंडी [ अमन न्यूज नेटवर्क ] भयंकर गर्मी से तापमान का पारा चढते ही ग्रामीण क्षेत्र में लोग पानी की समस्या से परेशान होना शुरू हैं.लोगों को ठीक से पीने का पानी नसीब नही हो रहा है.प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर आरोप लगाते हुए श्रमजीवी संघटना महासचिव बालाराम भोईर ने ग्रामीण क्षेत्र स्थित 43 गांव में पीने के पानी की विकट समस्या से प्रशासन को अवगत कराते हुए अबिलम्ब जरूरी कदम उठाए जाने की मांग की है अन्यथा जनांदोलन की चेतावनी दी है.
गौरतलब हो कि श्रमजीवी संघटना महासचिव बालाराम भोईर द्वारा जिला प्रशासन को लिखे गए पत्र के अनुसार गर्मी का पारा चढ़ते ही ग्रामीण क्षेत्र स्थित आदिवासी पाढों सहित कई निचली रहिवासी बस्तियों में पानी की कमी से लोग परेशान हैं. आदिवासी क्षेत्रों में लोगों को पीने का पानी दूरदराज क्षेत्रों से लाना पड़ रहा है.कई जगहों पर गड्ढों में जमा गंदा पानी निकाल कर लोग पीने को विवश है.आदिवासी पाढ़ों में स्थित बावड़ियों की समुचित तरीके से सफाई नही किये जाने की वजह से बावड़ियों से गंदा पानी लोग पीने को विवश हैं.गंदा पानी पीने से स्वास्थ्य खराब हो रहा है.स्थानीय प्रशासन जांसमझ कर चुप्पी साधे हुए है.
भोईर के अनुसार,भिवंडी ग्रामीण स्थित लाखीवली जांभूल पाडा,लाखीवली तेलिवरे पाडा, लाखीवली, कोल्हा पाडा,
येवई, बारी पाडा, कांबे पागीपाडा, राहनाल, आनंद नगर, सावित्रीबाई फुले नगर,काटई, ठेंगू पाडा,पारिवली, कातकरी वाडी,अंबाडी उबरपाडा, उबरखांड,वाकीपाडा, नेवाडे, घोटगाव,दुगाड, तोंडीचीवाडी, वेढे, वारेट,उसगाव, पिलनझे, बुद्रुक व पिलंझे खुर्द जैसे आदिवासी पाड़ा में पानी समस्या से लोग परेशानी झेल रहे हैं.
सूत्रों की माने तो येवई बारी पाडा में पानी टँकी निर्माण हुई है बावजूद कनेक्शन न होने से सप्लाई नही शुरू हुई. पानी सप्लाई जल्द शुरू होने से पानी समस्या से निजात मिलने के आसार हैं. उक्त संदर्भ में पंचायत समिति गटविकास अधिकारी डॉ प्रदीप घोरपडे का कहना है कि अभी किसी गांव में पानी समस्या नही है. टैंकर सप्लाई का समय नही आया है.पानी समस्या होने पर बावड़ियों की सफाई, मरम्मत सहित अन्य जरूरी कार्रवाई का निर्देश जलापूर्ति विभाग को दिया है.