मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा आवास ऋण पर जोखिम भार को युक्तिसंगत बनाने और उन्हें मार्च, 2023 तक ऋण-से-मूल्य (एलटीवी) अनुपात से जोड़ने की आज की घोषणा, देश के रियल एस्टेट क्षेत्र को बढ़ावा देगी।
यह घोषणा बैंकों को उनकी बैलेंस शीट पर तनाव महसूस किए बिना व्यक्तिगत होमबॉयर्स को अधिक उधार देना जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करेगी। यह प्रभावी रूप से आवास क्षेत्र में उच्च ऋण प्रवाह का परिणाम देगा और अंततः रेसिडेंटल सेगमेंट में महत्वाकांक्षी घर खरीदारों को निवेश करने के लिए प्रोतसाहित करेगा।