




ठाणे [ युनिस खान ] शहर के विकास में जमीन और अपना व्यवसाय गवाने के बाद स्थानीय भूमिपुत्रों को अपने हिस्से के पानी का संकट झेलना पड़ रहा है। यदि अगले सप्ताह तक पानी की समस्या के इस मुद्दे को हल नहीं किया गया तो मनपा प्रशासन को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ेगा। विधायक संजय केलकर ने कोलशेत रोड के तरिचा पाड़ा में ग्रामीणों की बैठक में इस आशय की चेतावनी दी है।
क्षेत्र में पेयजल की समस्या गंभीर होती पानी की समस्या को लेकर हुई बैठक में विधायक केलकर ने आरोप लगाया कि ठाणे शहर के लिए यह मुद्दा गंभीर हो गया है। 30 वर्षो से मनपा की सत्ता में रही शिवसेना और पालकमंत्री पद रहने के बावजूद सही समय पर उचित योजना और उपाय नहीं किए। ठाणे मनपा और एमआईडीसी के बीच हुए विवाद में स्थानीय भूमिपुत्रों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है। ठाणे शहर के अनेत इलाकों में पानी का संकट उत्पन्न हो रहा है। विधायक संजय केलकर ने कहा कि यह अफ़सोस की बात है कि लोगों को पानी के लिए कोर्ट कचेहरी जाना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि गांव के लोग पानी के मुद्दे पर अपना रोष व्यक्त कर रहे हैं और यह बात आज की बैठक में साफ हो गयी। विधायक केलकर और जल आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने भी महिलाओं का आक्रोश देखा। महिलाओं ने विधायक केलकर से शिकायत की कि अधिकारी आश्वासन देकर ही उनका समय बर्बाद कर रहे हैं। विधायक केलकर ने उपस्थित मनपा अधिकारियों को पानी को लेकर महिलाओं की भावनाओं को देखते हुए पानी की समस्या के समाधान के लिए तत्काल कार्रवाई करने के लिए कहा है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को चेतावनी भी दी कि यदि अगले सप्ताह के भीतर इस मुद्दे का समाधान नहीं किया गया, तो कोलशेत तरिचा पाड़ा में महिलाओं के आक्रोश और हांडा मोर्चा का सामना करना पड़ेगा। स्थानीय नागरिकों के साथ भाजपा पदाधिकारी हरीश पूर्णेकर, दत्ता घाडगे, रवि रेड्डी, जलापूर्ति अधिकारी पवार और कुलकर्णी उपस्थित थे।