मुंबई [ युनिस खान ] लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती एवं पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर “राष्ट्रीय एकता दिवस”के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम का आयोजन भानबाई निवास, मुलुंड(पराष्ट्रीय एकता दिवस पर सरदार पटेल,श्रीमती इंदिरा गांधी को याद किया गया) में सामाजिक संस्थाओं महाराष्ट्र कूर्मि क्षत्रिय समाज, युवा ब्रिगेड असोसिएशन, मुलुंड युवक कांग्रेस,यादव महासभा द्वारा किया गया।
इस अवसर पर डॉ बाबुलाल सिंह (उपाध्यक्ष-मुंबई कांग्रेस,अध्यक्ष-महाराष्ट्र कूर्मि क्षत्रिय समाज),श्रीमती बबिता गुप्ता (उपाध्यक्ष-ईशान्य मुंबई महिला कांग्रेस),चंद्रवीर यादव(महासचिव-यादव महासभा),डॉ सचिन सिंह(अध्यक्ष-युवा ब्रिगेड असोसिएशन),मोहित सिंह(अध्यक्ष-मुलुंड युवक कांग्रेस)समाजसेवी अजय सिंह,रामअचल पटेल(सचिव-महाराष्ट्र कूर्मि क्षत्रिय समाज)दयाशंकर पाल(कराटे प्रशिक्षक),राकेश मिश्रा(शिक्षाविद),महानंद सिंह
,कपिल सिंह ने सरदार पटेल एवं श्रीमती इंदिरा गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्प चढ़ा कर नमन किया।
इस अवसर पर बोलते हुए डॉ बाबुलाल सिंह ने कहा कि सरदार पटेल ने स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात अपनी सूझबूझ से देश के 565 रियासतों को देश में मिलाकर राष्ट्रीय एकता अखंडता की नींव रखी।जो अनवरत रूप जारी है।
डॉ सचिन सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी को याद करते हुये उन्हें आयरन लेडी निरूपित किया जिसने पाकिस्तान के 2 टुकड़े कर नये बांग्लादेश का निर्माण कर दिया।
श्रीमती बबिता गुप्ता ने कहा कि देश की एकता अखंडता की रक्षा हेतु इंदिरा जी ने अपना बलिदान दिया।
चंद्रवीर यादव ने सरदार पटेल द्वारा बारडोली आंदोलन, खेड़ा सत्याग्रह, भारत छोड़ो आंदोलन में प्रमुख भूमिका को याद करते हुये कहा कि उनके दृढ़ निश्चय तथा उल्लेखनीय कार्यो की वजह से उन्हें सरदार लौहपुरुष जैसी उपाधियों से महात्मा गांधी ने नवाजा।