ठाणे [ युनिस खान ] लोगों के खुद के घर के सपने को साकार करने के लिए ग्रामीण विकास एजेंसी के माध्यम से केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में ‘प्रधानमंत्री आवास योजना’ और ‘राज्य प्रायोजित विभिन्न घरकुल योजना’ लागू है। प्रधानमंत्री आवास योजना और राज्य प्रायोजित घरकूल योजना के तहत ठाणे जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 10,000 घरों का निर्माण किया गया है, जो इन दोनों योजनाओं के सफल कार्यान्वयन को दर्शाता है। सभी के लिए आवास 2022 की नीति के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर व जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा भाउसाहेब दांगडे के मार्गदर्शन में प्रयास किया जा रहा है।
इस योजना का लाभ का लाभ दिलाने के लिए परिवार के सामाजिक रूप से वंचित और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों का सर्वेक्षण करके दिया जाता है। चार चरणों में मकान निर्माण के लिए अनुदान के रूप में 1 लाख 20 हजार की राशि दी जाती है। साथ ही शौचालय निर्माण के लिए 12,000 रुपये का प्रोत्साहन अनुदान और महाराष्ट्र ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत मजदूरी के रूप में लगभग 20 हजार रूपये की निधि सीधे उनके बैंक खाते में जमा करायी जाती है। यह योजना जिले के पांच तालुकों मुरबाड, शाहपुर, कल्याण, भिवंडी, अंबरनाथ के ग्रामीण आदिवासी क्षेत्रों में लागू की जा रही है।
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में वर्ष 2016-17 से 2020-21 तक केन्द्र की प्रधानमंत्री आवास योजना के 6720 घरों का लक्ष्य प्राप्त किया जा चूका है। जिसमें 6696 लाभार्थियों को स्वीकृत किया गया है। जिसमें से 6362 घर बनकर तैयार हो चुके हैं। आवास प्लस के अंतर्गत 2821 लक्ष्य भी प्राप्त हुए हैं। जिनमें से 1596 लाभार्थियों को स्वीकृत किया गया। शेष 1225 स्वीकृति की प्रक्रिया प्रगति पर है। राज्य प्रायोजित आदिम आवास योजना के तहत 2016-17 से 2021-22 तक रमई आवास योजना और शबरी आवास योजना 4716 लक्ष्य प्राप्त किए गए। जिनमें से 4242 स्वीकृत किए गए और 3289 आवास पूरे किए गए। शेष 953 घरों को जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा रूपाली सतपुते के मार्गदर्शन में परियोजना निदेशक छाया देवी सिसोदे और उनकी टीम दिन-रात काम कर रही है।