




भिवंडी [ युनिस खान ] भिवंडी शहर और आसपास के गांवों में शॉपिंग मॉल के नाम पर ब्रांडेड कंपनियों के एक्सपायर्ड उत्पाद बेचे जा रहे हैं.जहां यह अवैध धंधा तेजी से फल फूल रहा है, वहीं नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और प्रशासन मूक दर्शक की भूमिका धारण किये हुए नजर आ रहा है.
गौरतलब हो कि खाद्य सामग्री से लेकर कॉस्मेटिक उत्पाद, चाय की पत्ती और दैनिक आवश्यकता के मसाले जो एक्सपायर हो चुके हैं या समाप्त होने वाले हैं, एक्सपायरी उत्पाद खरीदने वाले माफिया गिरोह के सदस्य शॉपिंग मॉल मैनेजर या संबंधित विभाग के प्रभारी के पास इन वस्तुओं को निस्तारण के नाम पर उठाकर निस्तारण के स्थान पर नगर एवं उपनगरों में स्थित गोदामों में लाया जाता है, इनके लेबल बदले जाते हैं, नई पैकिंग की जाती है, एक्सपायरी तिथि बदली जाती है और माल आधी कीमत पर बेचा जाता है.शहर के बाहरी इलाके में शांतिनगर, गैबी नगर, खांडू पाडा, तीनबात्ती, ईदगाह रोड, भंडारी कंपाउंड, मधु नगर, विट्ठल नगर, खड़क रोड और कई हिस्सो में कारोबार फल-फूल रहा है.बड़े पैमाने पर अवैध रूप से इन्हें दुकानों में बेचा जाता है.पड़घा आदि के गोदाम मुंबई और आसपास के शहरों में खाद्य पदार्थों और बड़े पैमाने पर सौंदर्य प्रसाधन और रसायनों की आपूर्ति करते हैं.वे कानूनी रूप से इन्हें जमीन में दफन करते हैं
दफनाने के नाम पर इस माफिया गिरोह के सदस्य कंपनियों से सामान उठाते हैं, उनकी पैकेजिंग और तारीख तय करते हैं और उन्हें आधी कीमत पर अपनी दुकानों में बेचते हैं। यह पूरी तरह से अवैध है.इन उत्पादों में टूथपेस्ट, आवश्यक तेल, साबुन भी शामिल हैं और अन्य क़ीमती सामान जो हाथों-हाथ आधी कीमत पर बेचे जाते हैं. वे गिरोह के शिकार हो जाते हैं.हैरानी की बात यह है कि सरकारी प्रशासन और खाद्य एवं औषधि नियंत्रण के लोगों को इसकी भनक तक नहीं है या पता होने पर भी वे मूकदर्शक बने हैं.ब्रांडेड कंपनी के स्नैक्स, पावडर, वेफर्स और चॉकलेट भी हॉट केक की तरह बिक रहे हैं। कई बार चॉकलेट में कीड़े लगने की शिकायत होती है.
भिवंडी के लोगों ने स्थानीय एफडीए अधिकारियों और वरिष्ठ अधिकारियों से इन समाप्त हो चुके उत्पादों की अवैध खरीद और बिक्री के लिए माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और लोगों के स्वास्थ्य पर चल रहे खिलवाड को रोकने की मांग करते रहे है.