मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] स्टर्लिंग एंड विल्सन ग्रुप की कंपनी और तथा भारत में जेनसेट का निर्माण करने वाली अग्रणी कंपनियों में से एक, स्टर्लिंग जेनरेटर प्राइवेट लिमिटेड (SGPL) ने आज बड़े गर्व के साथ मोटियर्स बाउडौइन के साथ रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है, जो फ्रांस में समुद्री जहाजों तथा बिजली उत्पादन के लिए डीजल एवं गैस इंजन का निर्माण करने वाली कंपनी है। उम्मीद है कि इस साझेदारी से सहायक बिजली उत्पादन की श्रेणी में दोनों कंपनियों का बड़े पैमाने पर विकास होगा।
इस साझेदारी से दोनों कंपनियों को सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले डीजल एवं गैस इंजनों के डिजाइन और निर्माण की बाउडौइन की विरासत तथा स्टर्लिंग जेनरेटर के उत्सर्जन के नवीनतम मानदंडों के अनुरूप इंधन की बचत करने वाले एवं स्मार्ट तरीके से डिजाइन किए गए सहायक बिजली समाधानों का भरपूर लाभ मिलेगा। श्री संजय जाधव, सीईओ, स्टर्लिंग जेनरेटर (प्रा.) लिमिटेड ने कहा, “बाउडौइन ने पूरी दुनिया में अपनी मौजूदगी दर्ज की है तथा उनकी विरासत एवं इंजीनियरिंग के क्षेत्र में विशेषज्ञता वाकई बेमिसाल है। इस लिहाज से इंजन पार्टनर के रूप में उन्हें अपने साथ शामिल करना हमारे लिए रणनीतिक रूप से फायदेमंद है। हमें पूरा यकीन है कि, इस उद्योग जगत की दूसरी कंपनियों की तुलना में हमारे प्रोडक्ट की टेक्नोलॉजी का कोई मुकाबला नहीं होगा। इस साझेदारी के बाद, समझदार बिजली उपभोक्ताओं को स्मार्ट, पर्यावरण के अनुकूल, एवं बेहद किफायती उत्पाद उपलब्ध कराने के साथ–साथ मरम्मत एवं कल–पुर्जे के संबंध में पूरी सहायता प्रदान करने का हमारा संकल्प साकार होगा।”
इस गठबंधन के बारे में अपनी राय जाहिर करते हुए, श्री गुरुनाथ कुलकर्णी, वीपी इंडिया ऑपरेशंस, मोटियर्स बाउडौइन, ने कहा, “भारत बेहद महत्वपूर्ण बाजार है और इसी वजह से स्टर्लिंग जेनरेटर के साथ इस साझेदारी से हमें बेहद खुशी हो रही है। पूरी तरह से व्यवस्थित डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क और अत्याधुनिक जेनसेट के निर्माण की सुविधा के साथ, यह साझेदारी हमारे लिए भारत में अपनी मौजूदगी को बढ़ाने का बिल्कुल सही मंच है।“ उन्होंने आगे कहा, “हमें पूरा यकीन है कि हम बिल्कुल नई टेक्नोलॉजी वाले प्रोडक्ट्स
तथा जमीनी स्तर पर मजबूत सहायता के साथ अपने ग्राहकों को बेहतरीन सेवा प्रदान करने में सक्षम होंगे, साथ ही हम उत्सर्जन के मानकों के अनुरूप अपने अगले पावर पैक को लॉन्च करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।“
रिपोर्ट के नतीजों के अनुसार, वर्ष 2022-2030 के दौरान भारत के प्रमुख पावर डीजल जेनसेट बाजार के आकार में 10.6% सीएजीआर से बढ़ोतरी का अनुमान है। लगातार हो रही आर्थिक प्रगति के साथ-साथ भारत सरकार द्वारा मेक इन इंडिया पर जोर दिए जाने की वजह से भारत में बिजली की मांग में वृद्धि हो रही है। पूरी दुनिया में आवासीय, वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्रों में हुई असाधारण प्रगति ने बिना रुकावट के बिजली की आपूर्ति की मांग बढ़ा दी है।