ठाणे [ अमन न्यूज नेटवर्क ] राजस्थानी समाज में लोकप्रिय मारवाड़ी भाषा के नानी बाई रो मायरो का ठाणे में पहली बार आयोजन किया गया है। दस वर्ष की लाडली यति किशोरी इस कार्यक्रम में पाठ वाचन करेगी। कार्यक्रम के आयोजक जय परशुराम सेना के संस्थापक ओमप्रकाश शर्मा ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि नन्ही बालिका के द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम को सुनने का सुनहरा अवसर 28 व 29 दिसंबर को ठाणे में उपलब्ध होगा।
जय परशुराम सेना के संस्थापक शर्मा ने बताया कि 28 व 29 दिसंबर 2022 को दोपहर 3 बजे से 6 तक लाडली यति किशोरी का कार्यक्रम का आयोजन होटल विट्स शरणम के ग्राउंड में आयोजित किया गया है। छठी कक्षा में पढ़ने वाली लाडली यति किशोरी ने पहली बार दस वर्ष की आयु में नानी बाई रो मायरो की 3 दिवसीय कथा कंठष्ट किया जो चैनलों पर लांच हो चुकी है। नरसिंह मेहता की भक्ति और अटूट विश्वास से खुश होकर भगवान श्रीकृष्ण जी रुक्मिणी जी के साथ नानी बाई का मायरा भरने आये थे। यह कथा मारवाड़ी समाज में बहुत ही लोकप्रिय है। लाडली यति किशोरी ने भजन , मंगलपाठ , जीण माता मंगलपाठ , राय माता मंगलपाठ ,शाख्म्बारी माता मंगलपाठ करने बाद भागवत कथा भी सीख रही है।
कार्यक्रम की तैयारी के लिए आज आयोजन समिति की घोषणा की गयी। इस अवसर पर भगवान परशुराम पर लिखित पुस्तक युगनिर्माता परशुराम का विमोचन किया गया। ओमप्रकाश शर्मा ने बालमुकुन्द मिश्रा , सत्यनारायण शर्मा , प्रमोद माखरिया ,रामचंद्र तोदी , प्रदीप गोयनका ,विश्नाथ बागडिया ,जनार्दन शर्मा ,राजेन्द्र झिरमिरिया ,अखिलेश त्रिवेदी , जितेन्द्र शर्मा उर्फ़ बबलू , श्रीमती सुमन शर्मा ,श्रीमती उमा शर्मा , श्रीमती सविता इन्दोरिया ,श्रीमती विमला शर्मा ,श्रीमती रीना शर्मा , श्रीमती देवी ओझा , श्रीमती किरण त्रिवेदी आदि को आयोजन समिति का सदस्य बनाया है।