ठाणे [ युनिस खान ] महापुरुषों के बार-बार अपमान, महाराष्ट्र के उद्योगों के गायब होने, राज्य में बेरोजगारी के विरोध में ठाणे महाविकास अघाड़ी ने 17 दिसंबर को एक महामोर्चा का आयोजन किया है। राकांपा ठाणे शहर अध्यक्ष व ठाणे-पालघर जिला समन्वयक आनंद परांजपे ने बताया कि पूर्व मंत्री डा जितेंद्र आव्हाड के नेतृत्व में ठाणे शहर से राकांपा के दस हजार कार्यकर्ता इसमें भाग लेंगे।
उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के हिस्से में आने वाले कई उद्योगों को दुसरे राज्य खासकर गुजरात ले जाया जा रहा है। महाराष्ट्र के युवाओं को रोजगार देने वाले उद्योग जब दूसरे राज्यों में जा रहे हैं तब भी सरकार खामोश है। साथ ही राज्यपाल समेत सरकार में कई जिम्मेदार मंत्री महापुरुषों का अनादर कर रहे हैं। परांजपे ने कहा कि महामोर्चा यह संदेश देने के लिए आयोजित किया गया है कि महाराष्ट्र इस अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगा।
17 तारीख का यह महामोर्चा किसी राजनीतिक दल का ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र के देशद्रोहियों के खिलाफ महाराष्ट्र प्रेमियों का विरोध है। आनंद परांजपे ने यह भी कहा कि इस महामोर्चे के लिए ठाणे से साढ़े नौ बजे करीब दस हजार कार्यकर्ता मुंबई की ओर कूच करेंगे। महाविकास अघाड़ी का महामोर्चा भायखला, मुंबई के रिचर्ड्स और क्रुडास से शुरू होगा और मुंबई मनपा मुख्यालय के सामने समाप्त होगा।