




ठाणे शहर के गडकरी लान में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में डा शिंदे ने बताया कि 24 जनवरी 2020 में तत्कालीन नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने अंबरनाथ व बदलापुर कुलगांव दोनों शहरों के लिए आधुनिक तकनीकी से कचरे को ठिकाने लगाने के लिए प्रस्ताव बनाने का निर्देश दिया था। बाद उल्हासनगर शहर को भी इसमें शामिल कर लिया गया। बदलापुर , कुलगांव नगर पालिका क्षेत्र के वालवली गाँव की 23.80 एकड़ जमीन पर परियोजना लगाई जा रही है। इसके लिए एमएमआरडीए 128 . 88 करोड़ रूपये की निधि मंजूर किया है जबकि 19 82 करोड़ रूपये अंबरनाथ नपा व उल्हासनगर मनपा का हिस्सा मिलकर 148. 68 करोड़ रूपये की योजना तैयार की गयी है। डा शिंदे ने बताया कि वर्ष 2022 की जनसँख्या 12. 50 लाख के हिसाब से प्रतिदिन 600 टन और वर्ष 2037 की जनसँख्या 17 लाख के अनुसार 900 टन कचरा निकने के अनुमान के आधार पर योजना बनायीं गयी है।
उन्होंने कहा कि अभी तक कचरे से बिजली , खाद बनाने की मनपा की योजनाएं सुना था लेकिन दो नपा व एक मनपा की संयुक्त कचरा ठिकाने लगाने की यह पहली परियोजना है। इसमें घरों से निकलने वाले कचरे की सीधे परियोजना स्थल में ले जाने के लिए एक ही एजेंसी काम करेगी। उन्होंने कहा की जो कामगार जिम्मेदारी से कार्य कर रहे हैं बेरोजगार नहीं होने दिया जायेगा। इस पूरी प्रक्रिया को कालसेंटर से जोड़ा जायेगा जिससे गाडी निकलने से प्रक्रिया स्थल तक का कार्य पूर्णरूप से पारदर्शी होगा। इस परियोजना में कचरे का वर्गीकरण करने के बाद मात्र 20 फीसदी कचरा जमीन पर जायेगा।