ठाणे [ युनिस खान ] 105 विद्यार्थियों वाले मनपा विद्यालय में एक भी पूर्णकालिक शिक्षक नहीं होने की जानकारी सामने आई है। अजब मनपा का गजब कार्यभार होने की चर्चा जोर पकड़ने लगी है। शहर को सुन्दर बनाने के लिए मनपा शहर की दीवारों , उडान पुलों आदि को रंगने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है, वहीं दिवा के पडले गाँव के मनपा विद्यालय में पूर्णकालिक शिक्षक नहीं होने के कारण छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। इसको लेकर विधायक संजय केलकर ने रोष व्यक्त हुए मनपा प्रशासन को तत्काल पूर्णकालिक शिक्षकों की नियुक्ति करने की मांग किया है।
विधायक केलकर ने कहा है कि एक समय ठाणे मनपा के स्कूलों में 60,000 से अधिक छात्र पढ़ते थे और 6,000 से अधिक शिक्षक कार्यरत थे। शिक्षा के स्तर में गिरावट के अलावा विद्यार्थियों की संख्या भी कम होने लगी है। स्कूलों की दयनीय स्थिति का एक ज्वलंत उदाहरण मनपा की दिवा-शील के पडले गांव के स्कूल नंबर 90 में मिल रहा है। विधायक केलकर के मार्गदर्शन में आधार कार्ड कैंप लगाया गया जहाँ मनपा स्कूल में शिक्षक नहीं होने का मामला सामने आया है। इस स्कूल में कक्षा पहली से चौथी तक 105 विद्यार्थी पढ़ते हैं और तीन माह से यहां पूर्णकालिक शिक्षक नहीं है। यहां केवल एक शिक्षक कार्यरत है और उसे इन सभी छात्रों की जिम्मेदारी निभाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है।
इस संबंध में विधायक केलकर ने यहां एकमात्र शिक्षक से बात कर समस्याओं की जानकारी ली और विद्यार्थियों से बातचीत भी की। यहां के नागरिकों ने भी महसूस किया कि शिक्षकों के अभाव में इन विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। इसको लेकर केलकर ने रोष व्यक्त करते हुए मनपा के शिक्षा विभाग के उपायुक्त अनघा कदम से संपर्क किया और तत्काल इस विद्यालय में आवश्यक वर्ग के शिक्षकों की नियुक्ति कर सुविधाएं उपलब्ध कराने का सुझाव दिया। विधायक केलकर ने उम्मीद जताई कि शहर के सौंदर्यीकरण पर 103 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। वहीँ मनपा स्कूल के विद्यार्थियों के पास युनिफोर्म , जूता चप्पल , बैग आदि साहित्य नहीं है।