ठाणे [ युनिस खान ] दिल्ली से भाजपा सांसद रमेश बिदुरी ने एक मुस्लिम सांसद की तरफ देखा और उन्हें कटुवा, मुल्ला, आतंकवादी कहा। लोकसभा की एक उज्ज्वल परंपरा है उस सदन में एक भाजपा सांसद ने ऐसे असंसदीय शब्दों का प्रयोग कर सदन की संस्कृति को कलंकित किया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला बिदुरी की बयान को काम से नहीं हटाते यह प्रकार धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र के लिए घातक है। इंडिया गठबंधन के प्रवक्ता और राष्ट्रवादी कांग्रेस नेता डा जितेन्द्र आव्हाड ने इस मामले में भाजपा से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने और बिदूरी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
डा आव्हाड ने कहा कि हाल ही में संसद का दो दिवसीय विशेष सत्र आयोजित किया गया था। भाजपा सदन में महिला विधेयक लेकर आई और इसे मंजूरी भी मिल गई है। लेकिन ये बिल कांग्रेस की सरकार के दौरान पेश किया गया था। भाजपा ने इस बिल में पिछड़े वर्ग, अल्पसंख्यक महिलाओं को कोई आजादी और अवसर नहीं दिया है। हमारी मांग है कि ओबीसी, अनुसूचित जाति और जनजाति की जनगणना कराई जाए। क्योंकि इस बिल से पिछड़े वर्ग की महिलाओं को लाभ होगा तो सही मायने में समाज को ही लाभ होगा।
उन्होंने कहा कि अभी तक लोकसभा में सभ्य मूल्यों का प्रदर्शन होता था और वह बोलते समय सावधानी बरतते थे। यदि किसी ने असंसदीय शब्द का प्रयोग किया तो माफी मांगी गयी। लेकिन कल बीजेपी के दिल्ली से सांसद रमेश बिदुरी ने कुछ ऐसा कर दिया जिससे यह विशेष सत्र धूमिल हो गया। उन्होंने अपने भाषण में सांसद दानिश अली के खिलाफ अपमानजनक शब्द का उपयोग किया है। उस समय वरिष्ठ भाजपा नेता व सांसद रविशंकर प्रसाद मुस्कुरा रहे थे। लोकसभा का अध्ययन करने वाले और लोकसभा में भाषणों पर टिप्पणी करने वाले सभी लोगों की राय है कि ऐसे शब्दों का प्रयोग लोकसभा में नहीं किया जा सकता। अभी तक लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इन शब्दों को कार्यवाही से हटाने पर कोई टिप्पणी तक नहीं की है।
अब सवाल यह है कि क्या किसी समाज, किसी धर्म का प्रतिनिधित्व करने वाले व्यक्ति का उसके धर्म-जाति के नाम पर अपमान करना भारत की संस्कृति है? हमें इसके अंतरराष्ट्रीय परिणाम भुगतने होंगे। पूरे देश ने देखा है कि आप किस हद तक धार्मिक नफरत को बढ़ावा दे रहे हैं। इसलिए इंडिया मांग करता है कि भाजपा ने देश और समाज का अपमान करने के लिए समाज से भी माफ़ी मांगें। विधानसभा के सदस्य और इंडिया गठबंधन की मीडिया समिति के सदस्य के रूप में ओम बिड़ला मांग करते हैं कि रमेश बिदुरी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए।