ठाणे [ इमरान खान ] आपदा प्रबंधन और नियंत्रण मानव जीवन का अभिन्न अंग है। निकट भविष्य में आपदा प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित जनशक्ति की बहुत आवश्यकता होगी। इसके लिए सरकार आपदा प्रबंधन पर विभिन्न प्रशिक्षण शिविरों के माध्यम से और अधिक जन जागरूकता पैदा करने के लिए काम कर रही है। जिलाधिकारी अशोक शिंगारे ने कहा कि इसके तहत राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने देश भर में ‘आपदा मित्र’ नामक एक महत्वपूर्ण पहल शुरू की है।
दिल्ली में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने राज्य के 20 जिलों में आपदा मित्रों को चुनने और प्रशिक्षित करने की योजना तैयार की है। इस योजना के तहत जिलाधिकारी शिंगारे की पहल पर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के माध्यम से ठाणे जिले से 500 आपदा मित्रों को प्रशिक्षित किया जायेगा। इनमें पहले बैच का 12 दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग ठाणे में वी.पी एम.केजी जोशी आर्ट्स कॉलेज और एन.जी. बेडेकर कॉलेज ऑफ कॉमर्स में शुरू हुआ है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी शिंगारे ने किया। इस अवसर पर ठाणे तहसीलदार युवराज बांगर , तहसीलदार जनरल राजाराम तवटे, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी अनीता जवंजाल , लॉ कॉलेज की प्रिंसिपल श्रीविद्या, वाइस प्रिंसिपल सुभाष शिंदे, पुणे आपदा प्रबंधन अधिकारी मिलिंद वैद्य सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
इस प्रशिक्षण में राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) आर्मी गर्ल्स, एनसीसी नेवल यूनिट, राष्ट्रीय सेवा योजना और आपदा प्रबंधन के विद्यार्थियों ने भाग लिया। यह प्रशिक्षण 12 दिनों तक चलेगा और एनडीआरएफ के प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण देंगे। इस अवसर पर आपदा मित्रों के प्रशिक्षणार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए श्री. शिंगारे ने कहा कि प्राकृतिक, मानव निर्मित और जलवायु परिवर्तन से संबंधित आपदाओं का नियमित रूप से सामना करना पड़ता है। इनमें भूकंप, बाढ़, चक्रवात, सूखा, भूस्खलन, आग, औद्योगिक और रासायनिक खतरे शामिल हैं। आपदा के दौरान मानवीय और वित्तीय नुकसान से बचने के लिए, आपदा के बाद की स्थिति को जल्द से जल्द बहाल करने के लिए आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण आवश्यक है। उसके लिए आपदा मित्र मददगार साबित होने वाले हैं। आपदा प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले प्रशिक्षुओं को पांच लाख का बीमा कवर दिया जाएगा।