नवी मुंबई [ इमरान खान ] महाराष्ट्र देश का एक विकसित राज्य है और इस राज्य में उद्योग मित्र राज्य सरकार कार्य कर रही है। उद्योग के लिए आवश्यक ढांचागत सुविधाएं और कुशल जनशक्ति बड़े पैमाने पर उपलब्ध हैं। मैत्री के तहत सिंगल विंडो योजना के माध्यम से उद्योगों को सभी लाइसेंस जारी किए जा रहे हैं। इसलिए, महाराष्ट्र निवेशकों के लिए एक पसंदीदा स्थान है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस आशय का उदगार व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री शिंदे ने दीघा गांव में सैंडोज इंडिया की दवा उत्पादन की नई इकाई का शिलान्यास करने के समय बोल रहे थे। कंपनी के ग्लोबल सीईओ रिचर्ड सनोर, ग्रुप हेड श्री कार्लो, अनुसंधान विभाग की प्रमुख श्रीमती क्लेयर, यूनिट हेड सुधीर भंडारे, पूर्व विधायक विजय चौघुले, नवी मुंबई पुलिस आयुक्त मिलिंद भरम्बे आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा वृक्षारोपण भी किया गया।
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज पेश किए गए केंद्रीय बजट में भी फार्मास्युटिकल मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को प्रोत्साहन देने के लिए भारी छूट दी गई है। केंद्र सरकार लोगों के स्वास्थ्य पर काफी ध्यान दे रही है। सैंडोज़ कंपनी ने कोविड काल में बहुत सहयोग दिया। इस अवधि के दौरान प्रतिरक्षाकारी दवाओं की आवश्यकता और महत्व का एहसास हुआ। ऐसा प्रतीत होता है कि सैंडोज़ कंपनी ने प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने वाली दवाओं के विकास और शोध पर ध्यान केंद्रित किया है। हम महाराष्ट्र में एक बल्क ड्रग पार्क स्थापित कर रहे हैं। इससे निवेश का बड़ा मौका मिल सकता है। सैंडोज कंपनी से वहां निवेश और योगदान की उम्मीद है।
मेरी सरकार जनता, उद्योग, विकास की सरकार है और राज्य में उद्योगों के विकास की अपार संभावनाएं हैं। ज्यादा से ज्यादा उद्योग महाराष्ट्र में निवेश करें इसके लिए राज्य सरकार के माध्यम से उन्हें हर संभव सहयोग दिया जा रहा है। इसलिए उद्योगों को यहां आकर निवेश करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जेनेरिक दवा निर्माण में वैश्विक अग्रणी सैंडोज ने महाराष्ट्र में अपनी परियोजना में और अधिक निवेश करने का फैसला किया है, जो महाराष्ट्र की औद्योगिक क्षमता को दर्शाता है।
महाराष्ट्र के दावोस में हुए विश्व आर्थिक सम्मेलन में करीब 1 लाख 37 हजार करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने यहां निवेश किया है और यह राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि है। राज्य सरकार के माध्यम से उद्योग, निवेशकों को हर संभव सहयोग दिया जा रहा है। आज जिस प्लांट का शिलान्यास किया गया, उसके लिए कंपनी करीब 250 करोड़ रुपये का निवेश करेगी और यहां जेनरिक दवाएं तैयार की जाएंगी। इसमें करीब 500 से 600 नए रोजगार सृजित होंगे।