




जानकारी के अनुसार शनिवार को उनकी तबीयत बिगड़ी। उन्हें लाइफ केयर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। दोपहर 1:30 बजे के आसपास उन्होंने इसी अस्पताल में अपनी अंतिम सांस ली। संपूर्ण समाज को सदैव साथ लेकर चलना और सभी से प्रेमभाव रखने वाले एड शर्मा की कमी हमेशा ठाणेकरों को खलेगी। ठाणे शहर में वे संपूर्ण जीवन सामाज कल्याण लिए संकल्पित रहे। समाज के हर वर्ग के साथ उनका जुडाव था। खासकर राष्ट्रीय कवि सम्मेलन के माध्यम से उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी कविता को एक नई ऊंचाइयां दिलवाने में अहम भूमिका निभाने का कार्य किया। उनके निधन से हिंदी प्रेमियों को भी आघात लगा है। जब भी ब्रह्म समाज की बात होगी तो “शेखावाटी के शेर” स्व बी एल शर्मा जी का नाम हमेशा ब्रह्म गौरव के रूप में याद किया जाता रहेगा।
एड शर्मा ने 29 वर्षों से निरंतर ठाणे में राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन कर ठाणे का देश में नाम रौशन किया है। हिन्दी दिवस कार्यक्रम आयोजित कर विद्यार्थियों की प्रतियोगिता व पत्रकारों को पुरस्कार देकर सम्मानित करने , विवाह योग्य युवक युवती परिचय सम्मेलन , धार्मिक कार्यक्रम के आयोजन ,लोगों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहते थे। उनके निधन से एक हिन्दी भाषा का प्रचार प्रसार और हिन्दी , मराठी भाषी समाज के बीच सेतु का कार्य करने वाले एक कर्मठ समाज सेवी व्यक्ति खो गया है।
वागले इस्टेट स्मशान भूमि में शनिवार 4 फरवरी 2023 को अंतिम संस्कार किया गया जिसमें परिवार के सदस्यों सत्यनारायण शर्मा , मुरारीलाल शर्मा , ओमप्रकाश शर्मा , (बड़े भाई) , पुत्र विनय , भतीजे मनोज सुधीर ,आशीष के अलावा बड़ी संख्या में विविध क्षेत्रों के लोगों ने उन्हें अंतिम बिदाई दी।